मुंबई, 23 जनवरी । मुंबई के समुद्र किनारे पर स्थित कान्होजी आंग्रे लाइट हाउस पर यात्रा घाट (जेट्टी) के निर्माण कार्य का भूमि पूजन केंद्रीय भूतल परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने किया। इस मौके पर केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम मंत्री अनंत गीते और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस भी उपस्थित थे।
इस मौके पर गडकरी ने कहा कि देश भर के 78 लाइट हाउस को पयर्टन स्थल के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना बंदरगाह और पर्यटन विकास नौवहन मंत्रालय ने बनाई है। ये लाइट हाउस महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुद्दुचेरी, आंध्रप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार में स्थित हैं।
इन लाइट हाउस का विकास करते वक्त उनके इतिहास और विरासत को बचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। गडकरी ने कहा कि पिछले कई सालों से प्रकाश स्तंभ और द्वीपों को उपेक्षित कर दिया गया है। इनके विकास से रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे।
कान्होजी लाइट हाउस को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने का मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य को लाभ होगा।
सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को महत्व देते हुए वर्ष 2017 को महाराष्ट्र विजिट वर्ष घोषित किया है। द्वीप पर्यटन विकास को लेकर मुंबई पोर्ट ट्रस्ट और महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल ने आपसी करार किया है। कान्होजी आंग्रे लाइट हाउस पर यात्रा घाट बनाने के लिए 16 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जेट्टी बन जाने से यहां पर्यटकों की बोट आ सकेंगी। यह जेट्टी 37 मीटर लंबी और 10 मीटर चौड़ी होगी। इसे 150 मीटर लंबे मार्ग से जोड़ा जाएगा। वर्ष 1867 में तत्कालीन मुंबई सरकार ने कान्होजी आंग्रे लाइट हाउस का निर्माण कार्य पर 1.22 लाख रुपए खर्च किए थे।
पहले इसे कैनरी द्वीप के रूप में जाना जाता था। यह अलीबाग से पास समुद्र के बीच में स्थित है। जमीन से इसकी दूरी 4.5 किलोमीटर है, जबकि अलीबाग से इसकी दूरी 9.5 किलोमीटर है। गेटव ऑफ इंडिया से यह 23 किलोमीटर दूर है। कान्होजी आंग्रे लाइट हाउस को मुंबई बंदरगाह का प्रवेश द्वार माना जाता है। मुंबई पोर्ट पर आने-जाने वाले जहाजों के लिए यह मुख्य दिशा दर्शक है।
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