जम्मू, 29 अप्रैल | भारत ने चीन को कथित तौर पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के हिस्सों में निर्माण गतिविधियों को रोकने के लिए कहा है। भारतीय सेना ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सेना के उधमपुर मुख्यालय उत्तरी कमान के प्रवक्ता ने अपने एक बयान में कहा, “भारतीय क्षेत्र में चीन के जवानों की ओर से घुसपैठ की घटना नहीं हुई है।”
इसी बयान के दौरान उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच आमतौर पर कोई चित्रित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) नहीं है।
फाइल फोटो : इसी साल की शुरुआत में चीन में चेंगदू प्रांत के झायू गैरीसन की मेक्ब्ज पर चीनी झोपड़ी में नए साल पर भारत-चीन के सैनिक सलामी लेते हुए।
प्रवक्ता ने कहा, “लद्दाख सहित कुछ इलाके हैं, जहां भारत और चीन के बीच एलएसी होने की धारणाएं हैं, क्योंकि दोनों पक्ष वास्तविक नियंत्रण रेखा होने की धारणा के कारण गश्त लगाते हैं, इसलिए अतिक्रमण होते हैं।”
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में निर्माण कार्यो के संबंध में देखा जाए, तो सरकार ने कुछ ऐसी रिपोर्ट देखी हैं, जहां चीन के कार्यो पर सरकार ने अपनी चिंता जताई है और उन्हें इस तरह की गतिविधियां रोकने के लिए कहा है।”
सेना प्रवक्ता ने आगे कहा कि पिछले वर्ष पाकिस्तान से जम्मू एवं कश्मीर में 118 बार घुसपैठ की कोशिशें की गई हैं, जिसमें से 33 लोग सफल रहे और बाकी घुसपैठियों को जवानों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर घुसपैठ के मुद्दे को इस्लामाबाद के साथ उपयुक्त स्तर तक ले जाया गया है।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को पूरी क्षमता और ढांचागत विकास के माध्यम से हल करने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं। यह एक सतत प्रक्रिया है।”
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के क्षेत्र में 46 डॉलर अरब की लागत वाले ‘चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर’ के खिलाफ भारत ने अपना विरोध जताया है।(आईएएनएस)
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