नई दिल्ली, 27 अक्टूबर | भारत ने गुरुवार को जासूसी के आरोपी पाकिस्तान उच्यायोग के एक अधिकारी को तत्काल देश छोड़ने के लिए कहा है। इस मामले में दो भारतीयों को भी गिरफ्तार किया गया है। इन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए काम करने का आरोप है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर बताया कि विदेश सचिव एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को यह बताने के लिए समन भेजा कि पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को जासूसी की गतिविधियों में लिप्त पाया गया है और देश में उसकी मौजूदगी निषिद्ध कर दी गई है।
बासित को दिल्ली पुलिस के इस खुलासे के बाद समन भेजा गया कि उन्होंने पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अधिकारी महमूद अख्तर को आईएसआई के लिए काम करने के आरोप में हिरासत में लिया है। उन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए भारत की रक्षा संबंधी खुफिया सूचनाओं को चुराने का आरोप है।
फोटो : महमूद अख्तर। (आईएएनएस)
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि अख्तर को राजनयिक छूट के कारण छोड़ दिया गया।
अधिकारी के अनुसार, इस मामले में दो भारतीयों मौलाना रमजान और सुभाष जांगीर को गिरफ्तार किया गया है। दोनों राजस्थान के रहने वाले हैं। पुलिस ने दोनों की तस्वीर भी जारी की है।
सूत्रों के मुताबिक, ये गिरफ्तारियां बुधवार रात को खुफिया ब्यूरो से मिली गोपनीय सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की अंतर्राज्यीय सेल ने की।
यह पहली बार नहीं है कि जब पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी भारत में कथित जासूसी की वजह से रडार पर हैं।
पिछले साल पुलिस ने पाकिस्तान उच्चायोग में आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। –आईएएनएस
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