नई दिल्ली, 04 जनवरी (जनसमा)। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण देने की मांग करते हुए पूछा है कि पाकिस्तान ने ऐसा क्या आश्वासन दे दिया था कि प्रधानमंत्री पूर्णतया संतुष्ट होकर अचानक पाकिस्तान पहुंच गए? यह जानकारी देश को दी जानी चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री की पाकिस्तान यात्रा के दौरान पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार जनरल जांजुआ वहां मौजूद नहीं थे। इससे लगता है कि वहां का एक तबका साथ नहीं है।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से मांग की है कि पाकिस्तान के किस आश्वासन पर दोनों देशों के बीच बातचीत का रास्ता साफ हो गया, इस बात को केवल प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जानते हैं, वह देश के सामने स्पष्ट करें। साथ ही सभी विपक्षी दलों से बातचीत करके उन्हें विश्वास में लें।
कांग्रेस पार्टी ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपीए सरकार ने जब मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान से बातचीत बंद कर दी थी और पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमलों के दोषियों पर कार्रवाई किए जाने तक बातचीत नहीं करने का फैसला किया था तो प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के किस आश्वासन पर दोबारा बातचीत शुरू करने की पहल की है। प्रधानमंत्री को इस बात का जवाब देश की जनता को देना होगा।
आनंद शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में पठानकोट आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘‘हम अपने जवानों को नमन करते हैं, जिन्होंने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।’’ उन्होंने कहा कि यह साल ऐसी वेदना के साथ शुरू हुआ है जिसमें कई बेटियों की मांगें सूनी हो गईं, कई मां-बाप ने अपने बेटे खो दिए और कई बहादुर अफसर और जवान शहीद हो गए।
उन्होंने कहा कि इस घड़ी में देश ने एकजुटता दिखाई है। कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल के रूप में इस हमले की भर्त्सना करती है। यह हमला भारत के ऊपर एक साजिश के तहत किया गया हमला है।
आनंद शर्मा ने प्रश्न पूछते हुए कहा कि देश जानना चाहता है कि पिछले साल अगस्त में भारत और पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत रद्द हो जाने के बाद बैंकाक में दोनों देशों के सुरक्षा सलाहकारों के बीच क्या सहमति हुई थी?
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