कराची, 30 सितंबर | पाकिस्तान में सिनेमाघर मालिकों ने फैसला किया है कि जबतक भारत-पाकिस्तान के बीच तकरार थम नहीं जाती, तब तक वहां के सिनेमाघरों में भारतीय फिल्में नहीं दिखाई जाएंगी। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किए हैं।
उन्होंने यह फैसला, फिल्म निर्माताओं के सबसे बड़े संगठन ‘इंडियन मोशन पिक्च र्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन'(आईएमपीपीए) के निर्णय के बाद किया है, जिसके मुताबिक अब पाकिस्तानी कलाकार हिंदी फिल्मों में काम नहीं कर सकेंगे।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ में प्रकाशित रपट के मुताबिक, पाकिस्तान के सिनेमाघरों में शुक्रवार से कोई भी भारतीय फिल्म नहीं दिखाई जाएगी।
कराची के एट्रियम सिनेमा और इस्लामाबाद के सेंटौरस की संचालक कंपनी, मांडवीवाला एंटरटेनमेंट के मालिक नदीम मांडवीवाला ने कहा, “स्थिति सामान्य होने तक भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन निलंबित रहेगा। सिनेमाघरों में शुक्रवार से कोई भी भारतीय फिल्म नहीं दिखाई जाएगी।”
इससे पहले पाकिस्तान में बॉलीवुड फिल्म ‘पिंक’, ‘बैंजो’ रिलीज हुई थी। जबकि इस सप्ताह ‘एम. एस. धौनी : द अनटोल्ड स्टोरी’ रिलीज हो सकती थी।
इस फिल्म के वितरक आईएमजीसी ग्लोबल एंटरटेनमेंट के प्रमुख अमजद रशीद ने दुबई से फोन पर आईएएनएस को बताया कि इस फिल्म का प्रदर्शन रोका जा रहा है, क्योंकि यह फिल्म पाकिस्तान विरोधी है, जो क्रिकेट पर आधारित है।
सुपर सिनेमा के मालिक खुर्रम गुल्तसाब ने कहा कि उन्होंने पहले ही भारतीय फिल्मों पर रोक लगा दी है।
पाकिस्तान के सबसे बड़े सिनेमा नेटवर्क, सिनेपैक्स के महाप्रबंधक (विपणन) मोहसिन यासीन ने कहा,”मेरे पास अभी तक इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं है, लेकिन यदि प्रदर्शक भारतीय फिल्मों पर रोक लगा रहे हैं तो हम भी इसका अनुसरण करेंगे।”
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