नागपुर, 11 अक्टूबर | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को पाकिस्तान पर जम्मू और कश्मीर में अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि जो लोग हिंसा में लिप्त हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए। भागवत ने आरएसएस के 91वें स्थापना दिवस पर आयोजित सालाना सभा में कहा, “पाकिस्तान कश्मीर में अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा दे रहा है। कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा तनावमुक्त है। हमें उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जो हिंसा में लिप्त हैं। समूचा कश्मीर हमारा है जिसमें मीरपुर, मुजफ्फराबाद और गिलगित-बालटिस्तान भी शामिल हैं।”
फाइल फोटो : आईएएनएस
उनकी यह टिप्पणी 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद कश्मीर घाटी में भड़के तनाव की पृष्ठभूमि में आई है जिसमें अब तक 91 लोग मारे गए हैं।
भागवत ने कहा, “सरकार ने सराहनीय कदम उठाया है। हमारी सीमाओं की रक्षा की जानी चाहिए और अच्छी तरह इसका प्रबंधन किया जाना चाहिए। और उनको अच्छा जवाब भी हमारे शासन ने दिया है। शासन के नेतृत्व में हमारी सेना ने साहस दिखाया है। फिर एक बार पूरी दुनिया में भारतीय सेना की प्रतिष्ठा ऊंची हुई है। उपद्रवियों को संकेत मिला कि सहने की एक मर्यादा होती है।”
भागवत का यह बयान भारतीय सेना द्वारा 29 सितम्बर को नियंत्रण रेखा के पार किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर था, जिसमें भारतीय बलों ने आतंकवादियों के कई लांचपैड तबाह कर दिए।
आरएसएस प्रमुख ने कहा, “सरकार ने जिस तरीके से इस स्थिति को नियंत्रित किया है, वह बहुत गर्व की बात है।”
–आईएएनएस
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