वाशिंगटन, 27 सितंबर | अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के भाषण के बाद कहा कि पाकिस्तान को सभी आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने की जरूरत है। इसमें ऐसे संगठन भी शामिल हैं जो पड़ोसी देशों को निशाना बनाते हैं। सुषमा स्वराज ने यूएनजीए में अपने भाषण में विश्व से उन देशों पर कार्रवाई करने का आह्वान किया था जो आतंकवाद को पनाह देते हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमारा ध्यान पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए उनकी क्षमताओं को बढ़ाने पर है।”
उन्होंने कहा, “वे चरमपंथ के खिलाफ एक गंभीर और स्थाई अभियान चलाए हुए हैं। हमारा विश्वास है कि वे इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आतंकवाद का सामना करने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन हम यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उन्हें सभी आतंकवादी संगठनों को निशाना बनाने की जरूरत है। इनमें वे भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के पड़ोसी देशों को निशाना बनाते हैं।”
अमेरिका की ओर से यह बयान जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में 18 सितंबर को सैन्य शिविर पर किए गए हमले के बाद आया है, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए।
इस हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराया है।
टोनर ने भारत, पाकिस्तान से संबंधों को सामान्य करने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में ही किसी को भी लाभ नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत के साथ बहुत ही गहरा और व्यापक द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय संबंध रहा है।
टोनर ने कहा, “भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और मुझे लगता है कि हमारा रुख भी वैश्विक रुख के समान ही है। हमारे भारत के साथ यकीनन बहुत घनिष्ठ व्यापारिक और आर्थिक संबंध हैं।” –आईएएनएस
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