पाकिस्तान में डॉन अखबार के संवाददाता के देश छोड़ने पर रोक

इस्लामाबाद, 11 अक्टूबर | पाकिस्तान में नागरिक और सैन्य नेतृत्व में बड़े मतभेद की खबर लिखने वाले डॉन अखबार के संवाददाता के देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है। इस अखबार ने मंगलवार को यह खबर दी।

प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इस खबर के बारे में तीसरी बार इनकार के बाद डॉन ने कहा है कि खबर देने वाले स्टाफ राइटर साइरिल अल्मेइदा को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में डाला गया है।

ईसीएल पाकिस्तान की सीमा नियंत्रण व्यवस्था की एक प्रणाली है। इस सूची में शामिल लोगों के देश छोड़ने पर रोक होती है।

अल्मेइदा ने ट्वीट किया, “मुझे कहा गया है, सूचना दी गई है और ऐसे सबूत दिखाए गए हैं कि मैं एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में हूं।”

संवाददाता की विवादित रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत-पाकिस्तान के रिश्ते में तनाव के बीच पाकिस्तान के नागरिक नेतृत्व ने बिना किसी लाग लपेट के सेना से कहा था कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करें या फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ने का सामना करें।

डॉन अखबार ने कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि खबर मनगढ़ंत है। प्रधानमंत्री के दफ्तर से यह तीसरा इनकार था।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि रिपोर्ट में गलत और गुमराह करने वाली सामग्री है जिसकी वास्तविक चर्चा और तथ्यों से कोई मेल नहीं है।

डॉन ने मंगलवार को कहा उसने अपने पाठकों को निष्पक्षता के साथ स्वतंत्र रूप से और इस सबसे ऊपर शुद्धता के साथ खबर देने की शपथ ली है।

डॉन ने कहा कि जिस स्टोरी को प्रधानमंत्री कार्यालय ने मनगढ़ंत कहकर खारिज किया है, उसकी जांच की गई थी, दोबारा फिर जांच की गई थी और तथ्यों को जांचा गया था।

अखबार ने कहा है, “इस मामले से वाकिफ बहुत सारे वरिष्ठ अधिकारी, जिन्होंने इस बैठक में भाग लिया था, जिनसे अखबार ने सूचना प्राप्त करने के लिए संपर्क किया था, उनमें से एक से अधिक स्रोत ने इस ब्योरे की पुष्टि की थी और इसे सत्यापित किया था। इसलिए निर्वाचित सरकार और सरकारी संस्थानों को संदेशवाहकों को निशाना बनाने से और देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित अखबार को एक दुर्भावनापूर्ण मुहिम में बलि का बकरा बनाने से बचना चाहिए।”

–आईएएनएस