इस्लामाबाद, 9 जुलाई | पाकिस्तान में समाजसेवी और ईदी फाउंडेशन के संस्थापक अब्दुल सत्तार ईदी का कराची के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। ‘द नेशन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर से इस नायक को श्रद्धांजलि दी जा रही है। ईदी का शुक्रवार रात को निधन हो गया था। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
ईदी के बेटे फैजल ईदी ने सिंध इंस्टीट्यूट ऑफ यूरोलॉजी एंड ट्रांसपलांटेशन के बाहर मीडिया को बताया, “अब्दुल सत्तार ईदी का निधन हो गया।”
ईदी का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को जिस ताबूत में रखा जाएगा, वह राष्ट्रीय ध्वज में लिपटा हुआ होगा और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
उन्हें उनकी द्वारा खोदी गई कब्र में ही दफनाया जाएगा। ईदी की इच्छा के मुताबिक, जिन कपड़ों में उनका निधन हुआ। उन्हीं कपड़ों में उन्हें दफनाया जाएगा।
उनका जन्म व्यापारियों के परिवार में एक जनवरी 1924 को हुआ था।
ईदी एक फाउंडेशन के अध्यक्ष थे, जो हजारों जरूरतमंद लोगों और बच्चों की सहायता करता है। उन्हें सामाजिक कार्यो के लिए कई राष्ट्रीय सम्मान भी मिल चुके हैं।
ईदी फाउंडेशन पाकिस्तान के सबसे बड़े सार्वजनिक कल्याण संगठनों में से एक है।
ईदी फाउंडेशन ने पाकिस्तान में रह रही भारतीय लड़की गीता की भी मदद की। गीता ईदी फाउंडेशन में ही रह रही थी।
ईदी फाउंडेशन ने गीता की घर वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईदी फाउंडेशन की इस पहल पर आभार व्यक्त करते हुए फाउंडेशन को एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान करने का ऐलान किया था जिससे ईदी ने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया था। —आईएएनएस
(फेसबुक फोटो)
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