नई दिल्ली, 13 अगस्त | भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह पाकिस्तान के साथ वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन यह सीमा पार से आतंकवाद तथा मुंबई व पठानकोट में आतंकवादी हमलों सहित प्रासंगिक मुद्दों पर होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, “भारत दोनों देशों के संबंधों के समकालीन तथा प्रासंगिक मुद्दों पर वार्ता का ही स्वागत करेगा। इस वक्त उन्हें सीमा पार से आतंकवाद तथा आतंकवादियों की घुसपैठ के मुद्दों पर ही चर्चा करनी चाहिए।”
स्वरूप की टिप्पणी पाकिस्तान की उस टिप्पणी के एक दिन बाद आई है, जिसमें उसने भारत के साथ कश्मीर मुद्दे पर वार्ता का प्रस्ताव रखा था।
पठानकोट में जनवरी में आतंकवादियों के हमले के बाद भारत ने द्विपक्षीय वार्ता निलंबित कर दी थी। हमले का आरोप पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर है।
अपनी प्रतिक्रिया में स्वरूप ने कश्मीर मुद्दे का जिक्र नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को बहादुर अली जैसे आतंकवादियों को भारत भेजने पर रोक लगाने की जरूरत है।
कुपवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ के दौरान बहादुर अली पकड़ा गया था, जिसने कहा है कि भारत विरोधी आतंकवादियों गतिविधियों को पाकिस्तान शह दे रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को हाफिज सईद तथा सैयद सलाहुद्दीन जैसे आतंकवादियों के जुलूस पर रोक लगानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ वार्ता मुंबई हमले की सुनवाई में प्रगति तथा पठानकोट हमले की जांच को लेकर हो सकती है। नई दिल्ली ने दोनों आतंकवादी हमलों का आरोप पाकिस्तानी आतंकवादियों पर लगाया है।
–आईएएनएस
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