मुंबई, 9 अप्रैल | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैचों को महाराष्ट्र से बाहर कराने का चौतरफा दबाव झेल रहे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को महाराष्ट्र सरकार से ‘पानी और पैसे’ में किसी एक को चुनने को कहा। बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर आईपीएल के मैचों को महाराष्ट्र से बाहर कराया जाता है तो इससे राज्य सरकार को एक अरब रुपये का नुकसान होगा।
भाजपा सांसद ठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “महाराष्ट्र को आईपीएल से 100 करोड़ रुपये मिलेंगे। अगर मैच स्थानांतरित कर दिए जाते हैं तो इससे बड़ा नकुसान होगा।”
ठाकुर ने कहा कि यह हिसाब बीसीसीआई द्वारा पिछले साल कराए गए अध्ययन पर आधारित है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने शुक्रवार को कहा था कि अगर आईपीएल महाराष्ट्र से बाहर चला जाता है तो उन्हें इसकी परवाह नहीं, क्योंकि इस समय उनकी प्राथमिकता राज्य के लोगों को पानी मुहैया कराना है।
ठाकुर ने मुख्यमंत्री के इसी बयान पर मांगी गई प्रतिक्रिया पर नुकसान का हिसाब बताया।
फड़णवीस ने शुक्रवार को कहा था, “अगर आईपीएल महाराष्ट्र से बाहर चला जाता है तो हमें इसकी परवाह नहीं है लेकिन आईपीएल के लिए पीने का पानी नहीं दिया जाएगा।”
ठाकुर ने कहा कि आईपीएल से मिलने वाले पैसे से पानी की समस्या का हल भी निकाला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बीसीसीआई भी सूखा प्रभावित गांवों को गोद लेने के बारे में सोच रहा है, जैसा कि पहले आईपीएल के अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बताया था।
ठाकुर ने इस बात का भी आश्वासन दिया कि बोर्ड पिचों को बनाने और बनाए रखने के लिए पीने के पानी का इस्तेमाल नहीं करेगा।
बीसीसीआई महाराष्ट्र के तीन शहरों मुंबई, पुणे और नागपुर में आईपीएल के 20 मैचों का आयोजन कराने वाला है। ये तीनों शहर पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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