मुंबई, 26 जुलाई | थियेटर में रिलीज से पहले ही कई अवैध वेबसाइटों पर लीक हो चुकी ‘उड़ता पंजाब’ और ‘ग्रेट ग्रैंड मस्ती’ जैसी फिल्मों की स्थिति को देखते हुए आगामी फिल्म ‘ढिशूम’ के निर्माता इससे बचने की पूरी तैयारी कर रहे हैं। फिल्म को पायरेसी के खतरे से बचाने के लिए जॉन डोए आदेश को लागू करने की मांग की जा रही है।
साजिद नाडियाडवाला और एरोज इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड द्वारा निर्मित फिल्म 29 जुलाई को रिलीज होगी।
‘ढिशूम’ के लिए निर्माता बॉम्बे उच्च न्यायालय से जॉन डोए आदेश को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
‘फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर गिल्ड ऑफ इंडिया’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलमीत मक्कर के हवाले से एक बयान में कहा गया कि इस आदेश से इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईएसपीस), टेलीकॉम ऑपरेटरों और अन्य को यह निर्देश दिए जाएंगे कि वह इस बात को सुनिश्चित करें कि ‘ढिशूम’ फिल्म से संबंधित कोई भी अवैध चीज उनकी सेवाओं पर उपलब्ध न हो।
पायरेसी के मुद्दे से निपटने के लिए हिंदी फिल्म निर्माताओं और स्टूडियो संचालकों ने पिछले सप्ताह मुलाकात की थी।
‘फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर गिल्ड ऑफ इंडिया’ के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने कहा, “इस मुद्दे को महज फिल्मों की पायरेसी कह कर संबोधित नहीं किया जाना चाहिए। यह मनोरंजन जगत के लिए पूर्ण रूप से एक खतरा है और इसे देश की बौद्धिक संपत्ति के लिए एक गंभीर खतरा माना जाना चाहिए।”
मुकेश ने यह भी कहा कि फिल्मकारों को इस मामले में देश की जांच एजेंसी द्वारा उच्चतम स्तर की जांच के लिए प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की जरूरत है। –आईएएनएस
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