पारसनाथ का विकास धार्मिक मान्यताओं के तहत होगा: रघुवर

रांची/गिरिडीह, 02 फरवरी। झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि पारसनाथ को अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने की दिशा में सरकार तीव्र गति से काम कर रही है और जल्द ही इसके परिणाम सामने आयेंगे। पारसनाथ हमारी ऐतिहासिक-सांस्कृतिक धरोहर है। हमें मिल कर इसका संरक्षण तथा विकास करना है। वे आज पारसनाथ-मधुबन स्थित कल्याण निकेतन में अवस्थित सीआरपीएफ कैंप में मधुबन ग्राम वासियों व पदाधिकारियों के साथ पारसनाथ के विकास की योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।

दास ने कहा कि डोली मजदूरों के हितों का ध्यान रखते हुए जल्द ही डोली मजदूर आश्रयणी का कार्य प्रारंभ किया जायेगा साथ ही यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य किये जायेंगे।

उन्होंने कहा कि डोली मजदूरों की रोजी रोटी को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिये रोप वे नहीं बनेगा। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि पुल पुलिया, सड़क निर्माण, कॉलेज और चेकडैम इत्यादि के निर्माण पर सरकार कार्य करेगी। दास ने कहा कि पारसनाथ का विकास धार्मिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुये किया जायेगा।

समीक्षा बैठक में मुख्य रूप से पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी, विधायक गिरिडीह निर्भय शाहबादी, जमुआ विधायक केदार हाजरा, मुख्य सचिव राजीव गौबा, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग राजबाला बर्मा, पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय, प्रधान सचिव जल संसाधन विभाग सुखदेव सिंह, उपायुक्त गिरिडीह सहित स्थानीय ग्रामीण और जैन संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।