शिमला, 28 अप्रैल (जनसमा)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि पार्टी के भीतर डबल स्टैंडर्ड और नकाबपोश चेहरों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब विपक्ष का कोई सदस्य बार-बार चुनाव जीतता है, तो यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि पार्टी के भीतर कुछ तथाकथित नेता जो पर्दे के पीछे और अंधेरे में राजनीति करते हैं, की मदद के बिना ऐसा संभव नहीं हो सकता।
वीरभद्र मंगलवार को ऊना जिले के विधानसभा क्षेत्र कुटलैहड़ के कोटला कलां में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुटलैहड़ क्षेत्र का पूर्व में बहुत विकास हुआ, लेकिन इस क्षेत्र से पिछले 35 वर्षों में कोई भी कांग्रेसी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीता है और यही स्थिति ऊना विधानसभा क्षेत्र की भी है, जहां कांग्रेस पिछले 15 वर्षों से हार का सामना कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने ऊना तथा कुटलैहड़ निर्वाचन सभा क्षेत्रों में पार्टी के भीतर कुछ काली भेड़ों की पहचान की है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता जो उनका सहारा लेकर उन्हें लुभाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह उनके मकसद से भलीभांति परिचित थे। उन्होंने कहा कि दोहरे आदर्शों की राजनीत से परहेज किया जाना चाहिए और यदि कोई विपक्ष के साथ जाना चाहता है, तो वह जाने के लिए स्वतन्त्र है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि पार्टी के साथ धोखा करने वाले लोग दो मूंहे हथियार की तरह हैं और लोगों को उनके बारे में पता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊना में भाजपा के नेता इतने बड़े महारथी नहीं हैं, जिन्हें पराजित नहीं किया जा सकता, लेकिन वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की वजह से चुनाव जीत रहे थे, जो पार्टी के साथ धोखा करके उनकी मदद कर रहे थे।
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