भारत में स्टार्टअप ( Indian startups) के बहुत से विचार विकसित हो रहे हैं और वहां एक सहज व विशाल घरेलू बाजार मौजूद है। यह घरेलू बाजार शेष विश्व के साथ उतना संलग्न न हुआ है, जितना कि होना चाहिये था।
यह विचार वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने आज अमरीका के सैन फ्रांसिसको में भारतीय समुदाय के साथ दोपहर के भोज के दौरान व्यक्त किये।
गोयल ने बताया कि सरकार भारतीय स्टार्टअप ( Indian startups) और अमेरिका के निवेशकों (US investors) के बीच सेतु की भूमिका निभा रही है।
उन्होंने भारतीय समुदाय का आह्वान किया कि वह 1.3 अरब लोगों के देश भारत के आकांक्षी बाजार द्वारा प्रस्तुत अपार व्यापार अवसरों की जानकारी विश्व को दे।
गोयल ने कहा कि यह जरूरी है कि हमारे भारतीय स्टार्ट-अप विचारों को ज्यादा अवसर मिलें और वे विश्व बाजार तक पहुंच बना सकें। उन्होंने कहा कि वैश्विक बनने के लिये सिलीकॉन वैली से बेहतर जगह और कोई नहीं है।
सरकार के कामकाज मे होने वाले बदलाव का उल्लेख करते हुये गोयल ने कहा कि भारत लाल फीताशाही से दूर होता जा रहा है, जो अतीत में मौजूद था। प्रौद्योगिकी और पारदर्शिता ने बड़े पैमान पर पुराने तरीके को समाप्त कर दिया है।
गोयल ने उल्लेख किया कि हाल मे मंत्रिमंडल ने तय किया है कि शेष 25,000 दूरस्थ गांवों तक नेटवर्क कनेक्टीविटी पहुंचाई जाये। निर्यात के बारे में गोयल ने कहा कि भारत ने पिछले वित्तवर्ष में अब तक का सर्वाधिक 675 अरब यूएसडी माल एवं सेवा निर्यात अर्जित किया। उन्होंने आशा व्यक्त कि इस वर्ष यह 750 अरब यूएसडी के पार हो जायेगा।
गोयल ने कहा कि 2047 तक अमृत काल रहेगा, जब हम भारत का 100वां स्वतंत्रता दिवस मनायेंगे। यह कालखंड विकसित देश बनने की तरफ भारत की यात्रा का निर्णायक कालखंड होगा। तब भारत में रहने वाला हर व्यक्ति समृद्ध हो जायेगा।
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