पीलिया की रोकथाम के लिए अधिकारी युद्ध स्तर पर करें कार्य : वीरभद्र

शिमला, 23 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शिमला शहर और आसपास के क्षेत्रों मेें पीलिया फैलने पर कड़ा संज्ञान लिया है और प्रभावी रोकथाम के लिए अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने को कहा है।

उन्होंने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समूचे राज्य में पेयजल की गुणवत्ता की निगरानी और सीवरेज कनेक्टिविटी के अतिरिक्त बहुस्तरीय स्वास्थ्य कवरेज की कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने सरकार को साप्ताहिक रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिए ताकि समय पर उचित कार्रवाई की जा सके।

मुख्यमंत्री आज शिमला और सोलन शहरों तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में फैले पीलिया की स्थिति के सम्बन्ध में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने पीलिया की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मामले की निगरानी के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है और लापरवाही के लिए दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। उन्होंने अप्रसन्नता जाहिर की है कि आरम्भिक अवस्था में सम्बन्धित विभागों द्वारा ऐहतिहाती कदम नहीं उठाए गए जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर होती गई।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर के पंपिंग स्टेशनों और ट्रीटमेंट प्लांटों के सुपर कलोरीनेशन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में पीलिया के रोगियों को निशुल्क उपचार और निशुल्क परीक्षण उपलब्ध करवाएगी। निशुल्क परीक्षण सुविधा पहले ही शिमला के आईजीएमसी और दीन दयाल उपाध्याय अस्पतालों में प्रदान की जा रही है।

उन्होंने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग और नगर निगम शिमला की सीवरेज पाईप लाईनों में रिसाव को बंद करने और सभी घरों को मुख्य सीवरेज लाईन से जोड़ने के लिए तालमेल के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने अश्वनी खडड कैचमेंट में सफाई व्यवस्था में सुधार लाने और सीवरेज कनेक्टिविटी तथा सिवरेज नेटवर्क को सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मुख्य मल निकासी लाईन से अपने घरों को नहीं जोड़ा है, के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नगर नियोजन विभाग को योजना क्षेत्रों में और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में शतप्रतिशत सीवरेज कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि ऐहतिहाती तौर पर शिमला शहर के रिज मैदान, पुराना बस अडडा और विकास नगर स्थापित वाटर एटीएम से लोगों को निःशुल्क पेयजल प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड का पेयजल स्रोत में पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच के निर्देश दिए। उन्होंने पीलिया प्रभावित क्षेत्रों में एक संयुक्त सघन जन जागरूकता अभियान चलाने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, शहरी विकास, नगर नियेाजन और स्वास्थ्य विभागों को निर्देश दिए।