JLN Stadium,Chochi

पीले समंदर में तब्दील हुआ कोच्चि का जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम

कोच्चि, 18 दिसम्बर | केरल की आर्थिक राजधानी कोच्चि के मध्य में स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम रविवार को पीले समंदर में तब्दील हो चुका है। स्थानीय टीम केरला ब्लास्टर्स और एटलेटिको दे कोलकाता के बीच होने वाले हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के फाइनल मुकाबले से पहले स्टेडियम का माहौल रोमांच के चरम पर है।

60 हजार की दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम में 3.30 बजे अपराह्न से प्रवेश की इजाजत थी और एक घंटे के अंदर स्टेडियम 80 फीसदी भर चुका था। मजेदार बात यह है कि जितने लोग स्टेडियम के अंदर हैं, उतने या उससे थोड़े ही कम स्टेडियम के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं या फिर स्टेडियम के अंदर घुसने की जुगाड़ में हैं।

स्टेडियम के अंदर के ²श्य का वर्णन शब्दों में कहना मुश्किल है। यहां एक सवाल उठता है कि अगर केरल में फुटबाल को लेकर इतनी दिवानगी है तो इस राज्य से कोई टीम आई-लीग या फिर पेशेवर फुटबाल में हिस्सा क्यों नहीं लेती?

इस सवाल का जवाब बाद में भी तलाशा जा सकता है लेकिन स्टेडियम के अंदर जो नजारा है, वह यह है कि हर कोई पीले टी-शर्ट में दिखाई दे रहा है। स्थानीय प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है। हर कोई स्टेडियम के अंदर के इस नजारे को सेल्फी के माध्यम से समेटना चाहता है।

इन दिनों केरल में क्रिसमस को लेकर जश्न का माहौल है और बड़ी संख्या में लोग पीली जर्सी के अलावा सेंटा कैप भी लगाए हुए हैं। गालों पर पेंटिंग, सिर पर बैंड, पीला चश्मा, पीला साफा और न जाने क्या-क्या एसेसरीज से सजे-बजे खेल प्रेमी अपनी टीम के प्रति अपने लगाव का इजहार कर रहे हैं।

कोच्चि में यह नजारा वैसे आम होता है। इस सीजन में खेल प्रेमी लीग मैचों में भी 50 हजार के करीब की संख्या में यहां पहुंचे, लेकिन फाइनल खास है। इस साल केरल के फुटबाल प्रेमियों को उम्मीद है कि उनकी टीम न सिर्फ खिताब जीतेगी बल्कि 2014 के फाइनल की हार का हिसाब भी कोलकाता से चुकता करेगी।

बनर्जी रोड से जब स्टेडियम की ओर जाने वाली सड़क पर मुड़ते हैं तो कतार से गाड़ियां खड़ी हैं। लोग कारों, मोटरसाइकिलों और यहां तक की पैदल स्टेडियम तक पहुंच रहे हैं। रास्ते पीली जर्सी पहने लोगों से पटे हुए हैं। स्टेडियम के मुख्य द्वार पर तैनात पुलिसकर्मियों को इतनी बड़ी संख्या में उमड़े खेल प्रेमियों को संभालने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

डगआउट के पास पूजा की व्यवस्था की गई है। यह पल केरल और आईएसएल के लिए खास है। इस लीग की सफल समाप्ति आयोजकों के लिए राहत की सांस लाने वाली घटना होगी। वैसे भी बीते कुछ मैचों में खिलाड़ियों के बीच मारपीट की बढ़ी घटनाओं ने आयोजकों को डरा दिया है। इसी कारण फाइनल के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी रखी गई है।

वीआईपी गेट की ओर पड़ने वाले स्टैंड का नाम सचिन तेंदुलकर पवेलियन है। यह सचिन के लिए खास पल होगा, क्योंकि उनकी टीम तीन साल में दूसरी बार फाइनल खेल रही है। सचिन केरल टीम के सहमालिक हैं और फाइनल देखने के लिए कोच्चि पहुंच चुके हैं।

दूसरी ओर, क्रिकेट के मैदान में लम्बे समय तक सचिन के साथी रहे सौरव गांगुली कोलकाता के सहमालिक हैं। आईएसएल ने इन दोनों को आज एक दूसरे के खिलाफ सोचने पर मजबूर कर दिया है। सौरव चाहेंगे कि उनकी टीम दूसरी बार सचिन की टीम को दोयम साबित करे जबकि सचिन चाहेंगे कि उनकी टीम कोलकाता को हराकर पहली बार खिताब जीते।

–आईएएनएस