पूर्व केंद्रीय मंत्री कमल मोरारका का आज 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
एम.आर. मोरारका जीडीसी रूरल रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक कमल मोरारका 1990-91 में चंद्र शेखर सरकार में केंद्रीय मंत्री और 1988 से 1994 के बीच जद (एस) से राजस्थान के पूर्व राज्यसभा सांसद थे।
राजस्थान के पूर्व मंत्री और नवलगढ़ से विधायक राजकुमार शर्मा ने पूर्व राज्यसभा सदस्य के निधन की खबर ट्वीट की।
उद्योगपति, राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता कमल मोरारका के पास ग्रामीण विकास और कला संस्कृति को विकसित और संरक्षित रखने की गहरी समझ थी।
कमल मोरारका ने राजस्थान के नवलगढ़ में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के साथ साथ ग्रामीणों और खासकर महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए अनेक महत्वपूर्ण काम किये।
कमल मोरारका को कला संस्कृति के संरक्षक के रूप में शेखावाटी उत्सव हमेशा याद किया जाता रहेगा जिसने देश और दुनिया में राजस्थान की लोक कलाओं और नृत्य को लोकप्रिय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
नवलगढ़ में हर साल होने वाला शेखावाटी महोत्सव सालों से विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र रहा है और इसका श्रेय कमल मोरारका को ही जाता है।
एक छायाकार के रूप में भी मोरारका ने वन्य जीवों और प्रकृति का शानदार चित्रण किया और दिल्ली और मुंबई में प्रर्शनियों का आयोजन करके जनमानस में प्रकृति के संरक्षण का अभियान चलाया।
मोरारका फाउंडेशन के साथ उनकी पहलए राजस्थान के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक नवलगढ़ में ग्रामीणों के जीवन में एक अंतर लाने में सक्षम रही है।
हालाँकि मोरारका का जन्म और परवरिश मुंबई में हुई थी लेकिन उनकी जड़ें और पूर्वज राजस्थान के शेखावाटी इलाके से ही थे जिसे वे कभी नहीं भूले और अपने जन्म क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर कार्य करते रहे।
Follow @JansamacharNews