रायपुर, 27 मई(जनसमा)। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में सभी वर्गों की सामाजिक-आर्थिक बेहतरी के लिए कार्य हो रहे हैं। दिव्यांगजनों को भी आत्मनिर्भर बनाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
थावरचंद गेहलोत ने आज यहां अग्रसेन धाम में आयोजित ‘दिव्यांगजन कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण समारोह’ में छत्तीसगढ़ के लगभग साढ़े चार सौ निःशक्तजनों को ट्रायसायकल और सहायक उपकरण वितरित किया। इनमें 200 नग ट्रायसायकल, 100 व्हील चेयर, 5 कैलिपर्स, 40 जोड़ी बैसाखी, 100 श्रवण यंत्र शामिल हैं। उन्होंने निःशक्तजन प्रोत्साहन विवाह के तहत 11 दम्पतियों को प्रोत्साहन राशि का चेक भी वितरित किया गया।
छत्तीसगढ़ के महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत छत्तीसगढ़ महिला कोष की ऋण योजना में 20 महिला स्व-सहायता समूहों को कुल नौ लाख 25 हजार रूपए और सक्षम योजना के तहत पांच महिलाओं को कुल दो लाख 20 हजार रूपए का ऋण वितरित किया गया।
छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि प्रदेश में छह लाख 24 हजार निःशक्तजन हैं, जो प्रदेश की जनसंख्या का 2.44 प्रतिशत हैं। इन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। निःशक्त व्यक्तियों को समान अवसर दिए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हमारी संवेदनशील सरकार ने निःशक्तजनों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए चार नई योजनाएं निःशक्तजन सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, निःशक्तजन शिक्षा प्रोत्साहन योजना, निःशक्तजन छात्रगृह योजना शुरू की है। निःशक्तजनों का सर्वेक्षण एवं पंजीयन किया जा रहा है। निःशक्तजनों के सामाजिक पुनर्वास के लिए संचालित निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन राशि में वृद्धि कर दी गई है।
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