प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 3 अक्टूबर, 2020 शनिवार को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग ‘अटल सुरंग’ का उद्घाटन किया।
‘अटल सुरंग’ समुद्र तल से दस हज़ार फीट की ऊंचाई पर हिमालय के पीर पंजाल रेंज में बनाई गई है।
रोहतांग दर्रे के नीचे एक रणनीतिक सुरंग बनाने का ऐतिहासिक निर्णय 03 जून, 2000 को लिया गया था, जब स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। सुरंग के दक्षिण छोर के लिए एक्सेस रोड की आधारशिला 26 मई, 2002 को रखी गई थी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 24 दिसंबर 2019 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक की और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिए गए योगदान को सम्मानित करने के लिए रोहतांग सुरंग का नाम अटल सुरंग के रूप में रखने का निर्णय लिया।
इसका निर्माण अल्ट्रा.मॉडर्न स्पेसिफिकेशंस के साथ किया गया हे। अब 9.02 किलोमीटर लंबी अटल सुरंग मनाली को पूरे साल लाहौल.स्पीति घाटी से जोड़े रहेगी।
अब तक हर साल भारी बर्फबारी के कारण घाटी छह महीने तक देश-दुनिया से कट जाती थी।
इस सुरंग के कारण मनाली और लेह के बीच सड़क की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई है और अब मनाली से लेह के बीच ेी यात्रा में समय लगभग 4 से 5 घंटे कम लेंगंगेे।।
अटल सुरंग का दक्षिण छोर 3060 मीटर की ऊंचाई पर मनाली से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जबकि सुरंग का उत्तर छोर 3071 मीटर की ऊंचाई पर लाहौल घाटी के गांव तेलिंग सिसु के पास स्थित है।
यह घोड़े के नाल के आकार की सिंगल ट्यूब डबल लेन टनल है जिसमें 8 मीटर की चैड़ी सड़क है। इस भीतरी ऊँचाई 5.525 मीटर है यानी ओवरहेड क्लीयरेंस है।
अटल सुरंग से 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ 3000 कारें तथा 1500 ट्रक प्रति दिन गुजर सकेंगे।
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