भोपाल, 30 जून (जनसमा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के मुख्य सचिवों से बुधवार को मासिक प्रगति वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिये बातचीत की। वीडियो कान्फ्रेन्सिंग में मध्यप्रदेश से संबंधित एक रेल और एक ऊर्जा परियोजना पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने रतलाम-डूंगरपुर व्हाया बाँसवाड़ा रेल परियोजना क्रियान्वयन के लिए की जा रही कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। वर्ष 2011 में स्वीकृत इस परियोजना में 189 किलोमीटर दूरी की रेल लाइन में 143 किलोमीटर राजस्थान और 46 किलोमीटर दूरी की रेल लाइन मध्यप्रदेश में बनवाई जाना है। मोदी को राजस्थान के मुख्य सचिव ने परियोजना के क्रियान्वयन में आ रही समस्या की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने परियोजना के संबंध में एक माह में कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश राजस्थान के मुख्य सचिव और रेल बोर्ड के चेयरमेन को दिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने खरगोन जिले में निर्माणाधीन सुपर ताप विद्युत परियोजना की समीक्षा की। मुख्य सचिव अंटोनी डिसा ने जानकारी दी कि संयत्र स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहीत कर एनटीपीसी को सौंपी जा चुकी है। निर्माण कार्य प्रगति पर है, इसके मार्च, 2019 तक पूरा होने की आशा है। पाइप लाइन के लिए आवश्यक 223 एकड़ भूमि में से 202 एकड़ भूमि पर कार्य की अनुमति दे दी गयी है।
इसी प्रकार रेलवे साइडिंग के लिए आवश्यक 600 एकड़ भूमि में से 72 एकड़ भूमि विस्तार कार्य के लिए उपलब्ध करवा दी गयी है। शेष अधिग्रहण 31 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा। डिसा ने प्रधानमंत्री को अवगत करवाया कि परियोजना में रेलवे साइडिंग का कार्य अगले दो माह में और पहुँच मार्ग तथा पुल का कार्य नवंबर 2016 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। खंडवा-निमाड़खेड़ी गेज परिवर्तन के लिए 45 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत कर रेलवे को दी जाना है। इसे दो माह में उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उपभोक्ता संरक्षण के संबंध में वातावरण निर्माण, सिंचाई तथा पेयजल के लिए सोलर पम्प के उपयोग को प्रोत्साहित और जल संचय के कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित करने की आवश्यकता बताई।
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