नई दिल्ली, 17 जनवरी| प्रमुख मीडिया घराना जागरण प्रकाशन ने सरकार द्वारा प्रिंट मीडिया में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाकर 49 फीसदी करने का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही कहा कि वर्तमान हालात में उद्योग को किसी बाहरी पूंजी की जरूरत नहीं है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) आर. के. अग्रवाल ने बीटीवीआई को एक साक्षात्कार में कहा कि समूह जागरण प्रकाशन के शेयरों को बाईबैक करेगा तथा मार्च में रेडियो कारोबार का आईपीओ जारी करेगा।
अग्रवाल ने कहा, “जहां तक उद्योग का सवाल है। मैं नहीं समझता कि इससे (प्रिंट मीडिया में विदेशी हिस्सेदारी) उद्योग के परिदृश्य में कोई बदलाव आएगा। जब तक मीडिया उद्योग पर्याप्त वित्तपोषित है, तब तक यह वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य नहीं होगा।”
सीएफओ ने कहा, “मैं ऐसा कोई भी खिलाड़ी नहीं देखता जो पूंजी के अभाव में विस्तार योजनाओं को टाल रहा हो। हां यह जरूर है कि इससे प्रिंट मीडिया कंपनियों के वैलुएशन में सुधार होगा।”
शेयरों के बाईबैक के बारे में उन्होंने कहा, “इसकी प्रक्रिया चल रही है और नियामकीय मंजूरी मिलते ही हम इसे मार्च में पूरा कर लेंगे। यह केवल इसी साल के लिए है। अगले साल हम दोबारा इस पर विचार करेंगे। जागरण प्रकाशन लाभ अधिशेष को शेयरधारकों में वितरित करने में विश्वास करता है और यह जारी रहेगा।”
जागरण अपनी रेडियो इकाई का आईपीओ जारी करने जा रहा है। इस बारे में उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य 31 मार्च तक इसे जारी करने का है। यह वैधानिक मंजूरी पर निर्भर करता है।”
नोटबंदी के बारे में उन्होंने कहा, “हां जहां तक वृद्धि दर का सवाल है। नोटबंदी के कारण तीसरी तिमाही प्रभावित हुई है, लेकिन फिर भी वृद्धि हो रही है, हो सकता है कि यह 3-4 फीसदी हो। चुनाव के कारण आखिरी तिमाही बेहतर रहने की उम्मीद है। जहां तक नोटंबदी के प्रभाव का सवाल है। हर कोई इस पर अटकलें लगा रहा है। थोड़ा वक्त गुजर जाने के बाद ही इसका सही आकलन किया जा सकता है।” –आईएएनएस
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