रायपुर, 19 फरवरी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि भोयर मरार समाज का खेती में विशेष रूप से सब्जियों और फलों की खेती में विशेष योगदान है। इस समाज ने अपने अथक परिश्रम के माध्यम से खेती को नई दिशा दी है। यही नहीं खेती एवं सब्जी के विशेष उत्पादन में इस समाज की विभिन्न पद्धतियों का प्रदेश के किसानों ने भी अनुकरण किया है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह आज कबीरधाम जिले के कवर्धा विकासखण्ड के ग्राम सोहागपुर में भोयर मरार समाज द्वारा आयोजित मॉ शांकभरी महोत्सव को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने भोयर मरार समाज द्वारा की गई विभिन्न मांगों को ध्यान में रखते हुए महाराजपुर से सोहागपुर तक सिंचाई के लिये नहर निर्माण हेतु सर्वे कराकर मंजूरी देने की घोषणा की, वहीं छांटा झा और बदराडीह से सोहागपुर तक 4.5 कि.मी. सड़क निर्माण हेतु बजट में प्रावधान करने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने सोहागपुर में निर्माण एवं विकास कार्यो के तहत सीसी रोड़ निर्माण हेतु 5 लाख रूपये की स्वीकृति दी साथ ही मरार समाज के लिये समनापुर में निर्मित मंगल भवन के विस्तार हेतु 10 लाख रूपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा विकास के कार्य कराये जाते रहेंगे। उन्होंने शांकभरी योजना के तहत 41 हितग्राहियों को पंप का वितरण,10 हितगा्रहियों को स्प्रेयर एवं एक सेट कृषि यंत्र का भी वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोयर मरार समाज अत्यंत मेहनती और कर्मठ समाज है। उन्होंने कहा कि राज्य के गठन के समय सिंचाई पंपों की संख्या लगभग 73 हजार थीं, जो आज बढ़कर लगभग चार लाख हो गई है। इस समाज ने शासन की योजनाओं का लाभ उठाया है और जिले सहित प्रदेश के आर्थिक विकास में अपना योगदान दिया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रारंभ की गई यह योजना देश एवं प्रदेश के किसानों के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। इस योजना के तहत किसानों के प्रीमियम की 75 प्रतिशत राशि केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा वहन किया जायेगा केवल 25 प्रतिशत ही अत्यंत साधारण प्रीमियम राशि पर किसानों को बीमा का लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत किसानों की फसलों को सूखा, बाढ़ या अन्य प्राकृतिक आपदा से प्रभावित होने पर मुआवजा राशि मिलेगी।
उन्होंने प्रदेश में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विभिन्न विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि इसके लिये अनेक योजनाएं बनाकर शिक्षा, स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिये विद्यालय एवं महाविद्यालयों की स्थापना, भवन निर्माण, पानी एवं बिजली की समस्या दूर करने के लिये कार्यक्रम संचालित किया गया, वहीं दूसरी ओर आवागमन के साधन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सड़कों का निर्माण और सिंचाई के साधन बढ़ाये गये हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि खेती बाड़ी एक महत्वपूर्ण आर्थिक आधार है, इसे अपनाये रखने के साथ-साथ हर समाज शिक्षा को भी अपने सर्वांगीण विकास का माध्यम बनायें। उन्होंने समाज के सभी वर्गो से आव्हान करते हुए कहा कि वे अपने बेटे-बेटियों को विद्यालयों में भेजे। बालिकाओं की शिक्षा के लिये विशेष प्रयास किया जा रहा है।
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