मार्सेली, 6 जुलाई | विश्व चैम्पियन जर्मन फुटबाल टीम के मिडफील्डर थॉमस मुलर ने कहा है कि उनकी टीम फ्रांसीसी टीम के खिलाफ खेलने से डरती नहीं है। गौरतलब है कि जर्मनी को यूरो चैम्पियनशिप-2016 के सेमीफाइनल में गुरुवार को फ्रांस से भिड़ना है।
क्वार्टर फाइनल में जर्मनी की टीम इटली के खिलाफ संघर्ष करती दिखी थी। निर्धारित समय के बाद 30 मिनट के अतिरिक्त खेल के बावजूद मैच ड्रॉ रहा था और मैच के परिणाम के लिए पेनाल्टी शूटआउट का सहारा लेना पड़ा था। पेनाल्टी में भी कुल 18 शूटआउट खेले गए थे।
दूसरी तरफ फ्रांस ने आइसलैंड को 5-2 के बड़े अंतर से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
जर्मनी की टीम सेमीफाइनल में कप्तान बास्टियान श्वेनस्टीगर, सामी खेदिरा और मारियो गोमेज के बिना मैदान पर उतरेगी। तीनों शीर्ष खिलाड़ी चोट के चलते टीम से बाहर हैं। इनके अलावा मैट्स हम्मेलस भी निलंबन के कारण सेमीफाइनल नहीं खेल पाएंगे।
बावजूद इसके मुलर का मानना है कि मौजूदा विश्व विजेता को किसी भी चीज से डरने की जरूरत नहीं है।
अखबार द गर्डियन ने मंगलवार को मुलर के हवाले से लिखा है, “डर कभी नहीं सताता। हम जानते हैं कि फ्रांस के पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन आइसलैंड की टीम उनके खिलाफ अच्छा नहीं खेली थी। इसलिए अगर हम एक टीम के तौर पर अच्छा बचाव करते हैं तो हम उनके खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं खेलने देंगे। हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि हम अपने अच्छे खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी का समाधान निकाल लेंगे।”
मुलर ने कहा, “यह फुटबाल में होता है। बड़े मैचों में चोटें और निलंबन होते हैं, लेकिन एक टीम के रूप में इसकी भरपाई करनी पड़ती है।”
मुलर का मानना है कि यह जर्मनी की सर्वश्रेष्ठ टीम है और वह बड़े खिलाड़ियों की भरपाई कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने टूर्नामेंट से पहले ही कहा था कि मैंने इससे पहले टीम में इतनी योग्यता नहीं देखी। मुझे भरोसा है कि हम भरपाई कर लेंगे।”
फ्रांस ने इस टूर्नामेंट में कुछ ड्रॉ मैच खेले हैं, लेकिन मुलर का मानना है कि 1998 विश्व कप विजेता सेमीफाइनल में पहुंचने का हकदार था।
उन्होंने कहा, “फ्रांस यहां किस्मत के कारण नहीं आया है, लेकिन उन पर मेजबान होने के नाते थोड़ा दबाव है, और वह जानते हैं कि उनका मुकाबला मजबूत टीम जर्मनी से है।” –आईएएनएस
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