कोलकाता, 3 मई | पश्चिम बंगाल विधानसभा के छठे एवं अंतिम चरण का चुनाव प्रचार मंगलवार को समाप्त हो गया। इस चरण में दो जिलों में 25 सीटों के लिए पांच मई को मतदान होना है। पिछले एक-दो दिनों से साइकिल रैली, रोड शो, नुक्कड़ सभा और आखिरी क्षण में दरवाजे-दरवाजे जाकर मतदाताओं से संपर्क करने का अभियान मंगलवार की शाम छह बजे बजे प्रचार समाप्त होने से पहले तक जोरों पर था।
इस चरण में जिन 25 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है, उनमें 16 पूर्वी मिदनापुर जिले के हैं और 9 उत्तर बंगाल के कूच बिहार जिले के हैं।
58 लाख 4 हजार 19 मतदाताओं के लिए 6774 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें 170 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। इनमें 18 महिलाएं हैं।
इन 170 उम्मीदवारों में 15 करोड़पति हैं। 33 के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं।
इन 33 में 27 हत्या और बलात्कार सहित गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।
7 हजार 790 ईवीएम और 621 वीवीपीएटी (वोटर वेरिफायड पेपर ऑडिट ट्रायल) इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
मतदाताओं की संख्या के लिहाज से दिनहटा कूच बिहार जिले का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है, जबकि क्षेत्रफल के मामले में इसी जिले में सीतलकुची सबसे बड़ा है। कूचबिहार का मेकलीगंज विधानसभा क्षेत्र सबसे कम मतदाताओं वाला है।
अंतिम चरण के इस चुनाव प्रचार में भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधुरी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव सूर्यकांत मिश्र रहे।
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