मुंबई, 14 जून | ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को ‘उड़ता पंजाब’ में एक कट लगाने का बंबई उच्च न्यायालय का निर्णय रास नहीं आया। उनका कहना है कि एक कट भी तो कट ही है ना। विवेक ने आईएएनएस को बताया, “सेंसर बोर्ड को खत्म कर दिया जाना चाहिए। वो एक कट भी क्यों लगाया जा रहा है? एक कट 100 कट जैसा ही है। कोई भी कट है, तो कट ही ना।”
उन्होंने कहा, “मेरे ख्याल से हम एक निराश समाज बन गए हैं। मुझे नहीं लगता कि उच्च न्यायालय जाने से कोई समाधान निकला। मेरे ख्याल से यह साफ तौर पर समय की बर्बादी है और निर्माताओं ने पैसा गंवाया है।”
बंबई उच्च न्यायालय के अभिषेक चौबे निर्देशित आगामी फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ में एक कट लगाकर इसे पास करने के फैसला को इसके निर्माताओं और फिल्म जगत ने लोकतंत्र व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की जीत के रूप में सराहा है, लेकिन विवेक ने कहा, “अगर वे फिल्म को बिना कट लगाए पास करते, तब यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की जीत होती। अब क्या मतलब है?”
उन्होंने कहा, “मुझे उच्च न्यायालय का फैसला पसंद नहीं आया।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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