लखनऊ , 10 अक्टूबर | उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने रविवार को हुई रैली में मची भगदड़ में दो बसपा कार्यकर्ताओं की मौत के लिए सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। रविवार को लखनऊ में कांशीराम स्मारक स्थल पर उनके 10वें परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धा-सुमन अर्पित करने के लिए बसपा की ओर से रैली आयोजित की गई थी, जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई और लगभग 21 कार्यकर्ता घायल हो गए थे।
मायावती ने सोमवार को एक बयान जारी कर अखिलेश सरकार पर जमकर हमला बोला। मायावती ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम के दौरान फैली अव्यवस्था में दो लोगों की मौत व कई लोगों के घायल होने की दुर्घटना के लिए पूर्णरूप से सपा सरकार की लचर प्रशासनिक व पुलिस व्यवस्था जिम्मेदार है।
मायावती ने इस अव्यवस्था में शामिल अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
उन्होंने मृतकों के परिवारजनों व घायलों के प्रति गहरा दुख व संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि बसपा के स्वाभिमानी लोगों को 2-2 लाख रुपये की सरकारी खरात देने से ज्यादा जरूरी है कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए, जो इस दुखद घटना के लिए लापरवाह व कर्तव्यहीन अधिकारियों को उचित कानूनी सजा देकर ही दिलाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की आमजनता को शांति व अमन-चैन के साथ जीने के लिए नितांत जरूरी अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में बुरी तरह से फ्लॉप रहने वाली सपा सरकार ने हर छोटी-बड़ी आपराधिक घटना, दुर्घटना व सांप्रदायिक हिंसा व दंगा आदि के मामले में सरकारी धन बांटने को ही न्याय मान लिया है, जो उचित समाधान नहीं है।
मायावती ने कहा कि हर गंभीर वारदात में सरकारी धन देने की आड़ में दोषियों व अपराधियों को बचाने का काम सपा सरकार कर रही है। यह कौन सा समाजवादी इंसाफ है, जिसकी नई परंपरा वर्तमान सपा सरकार में शुरू की गई है, इसे लोगों को जरूर समझना चाहिए। –आईएएनएस
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