बांग्लादेश से तस्करी करके लाया गया 14 करोड़ रु का 24.4 किलो सोना डीआरआई ने ऑपरेशन ईस्टर्न गेटवे के तहत जब्त किया है।
सोना बांग्लादेश, त्रिपुरा, असम और पश्चिम बंगाल में स्थित एक सिंडिकेट द्वारा त्रिपुरा राज्य में भारत-बांग्लादेश सीमा से तस्करी के माध्यम से लाया जाता है।
सोने की कीमत लगभग 14 करोड़ रुपये है और सभी आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। आगे की जांच जारी है।
डीआरआई द्वारा इस वित्तीय वर्ष में अखिल भारतीय स्तर पर जब्त किए गए सोने की मात्रा 1,000 किलोग्राम से ज्यादा हो चुकी है।
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने तस्करी के तौर-तरीकों का खुलासा करने के लिए तय समय में खुफिया जानकारी जुटाने के उद्देश्य के साथ ‘ऑपरेशन ईस्टर्न गेटवे’ नामक एक ऑपरेशन शुरू किया है।
खुफिया सूचनाओं के आधार पर, सिंडिकेट के 8 व्यक्तियों की पहचान की गई और तीन स्थानों पर एक साथ तथा बेहतर समन्वय के साथ ऑपरेशन को अंजाम देते हुए सभी 8 व्यक्तियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
सिलीगुड़ी में इस टीम ने चार व्यक्तियों को दलखोला रेलवे स्टेशन पर उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वे असम के बदरपुर जंक्शन से पश्चिम बंगाल के सियालदह तक ट्रेन में यात्रा कर रहे थे और उनके कब्जे से 90 सोने की पट्टियां बरामद कीं, जिनका कुल वजन 18.66 किलोग्राम है, जिसकी कीमत 10.66 करोड़ रुपये है। इन पट्टियों को उनमें से प्रत्येक द्वारा पहने जाने वाले विशेष रूप से सिलवायी गयी कमर बेल्ट में छिपाया गया था।
इसके साथ ही, अगरतला में टीम ने अगरतला के पास भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक चार पहिया वाहन चालक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और 2.25 किलोग्राम वजन की दो सोने की छड़ें बरामद कीं, जिनकी कीमत 1.30 करोड़ रुपये है। इन्हें ड्राइवर साइड के फ्रंट दरवाजा के नीचे बनाई गई एक विशेष जगह में गुप्त रूप से छुपाया गया था।
डीआरआई की एक अन्य टीम ने असम के करीमगंज में अगरतला से सियालदह जाने वाली ट्रेन में यात्रा कर रहे तीन लोगों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 2.03 करोड़ रुपये मूल्य के 3.50 किलोग्राम वजन के आठ सोने की छड़ें जब्त कीं।
उक्त ऑपरेशन में, सोने की तस्करी कुल मिलाकर 24.4 किलोग्राम थी, जिसकी कीमत लगभग 14 करोड़ रुपये है और इन सभी आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।