रायपुर, 06 नवम्बर। दीपावली में जगमगाएंगे बांस के लैंप और मोमबत्तियां। इन लैंप्स और मोमबत्तियों को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले की बँसोड़ जनजाति की महिलाओं ने तैयार किया है।
यहां बँसोड़ जनजाति की महिलाओं द्वारा बांस से मोमबत्ती, लैम्प और अन्य आकर्षक चीजें तैयार की जा रही हैं।
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा हस्तशिल्पकारों के आर्थिक विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
कांसाबेल महिला स्व-सहायता समूह की बँसोड़ जनजाति की महिलाओं ने बताया कि 15 महिलाएं मिलकर बांस से अनेक प्रकार की आकर्षक वस्तुएं बना रही हैं। जिससे उनके आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है।
दीपावली के लिए 350 रुपए के एक सेट में 6 नग बांस से बने कैंडल, जिसका नाम शुभम रखा गया है। बांस से निर्मित लैम्प भी बनाया गया है जिसमें 250 रुपए के एक सेट में 3 नग है जिसका नाम कल्यानम है।
बँसोड़ जनजाति की महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री मोबाइल नंबर 9644774974 पर संपर्क कर पार्सल से भी मंगाया जा सकता है।
ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार के मार्गदर्शन में हस्तशिल्प विकास बोर्ड ने बँसोड जनजाति की महिलाओं को रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ा गया है।