नई दिल्ली, 25 मई| कांग्रेस ने बुधवार को अपने महासचिव दिग्विजय सिंह के उस बयान से किनारा कर लिया जिसमें उन्होंने कहा था कि वर्ष 2008 में बाटला हाउस में हुई गोलीबारी एक फर्जी मुठभेड़ थी। कांग्रेस ने यह भी कहा है कि तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) सरकार ने कई सबूतों पर विचार किया था और पाया था कि मुठभेड़ असली थी।
पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पार्टी की मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “बाटला हाउस मुठभेड़ मामले में तत्कालीन कांग्रेस सरकार और तत्कालीन गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने तमाम साक्ष्यों पर विचार किया था और सभी तथ्यों की जांच की थी और सही फैसला लिया था। वह मुठभेड़ सही थी इस फैसले को अदालत और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी बरकरार रखा।”
हालांकि, प्रवक्ता ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से दिग्विजय सिंह को अपने विचार रखने का हक है।
इससे पहले पार्टी के एक और प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी दिग्विजय सिंह की टिप्पणी को यह कहकर खारिज कर दिया कि कांग्रेस ने हमेशा कहा है और कांग्रेस ने नेतृत्ववाली सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने भी कहा है कि वह मुठभेड़ फर्जी नहीं थी।
पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने भी कहा है कि वह मुठभेड़ सही थी।
एक टीवी चैनल पर चले वीडियो फुटेज में दावा किया गया है कि संदिग्ध बड़ा साजिद जिसे उस घटना वाले दिन से फरार घोषित किया गया था उसे इस्लामिक स्टेट (आईएस) के एक वीडियो में देखा गया है।
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