पटना, 9 फरवरी | बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटर (12वीं) स्तरीय पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्नपत्र व उसके उत्तर लीक होने और उसके बाद परीक्षा रद्द होने के बाद राज्य की राजनीति गर्म हो गई है। प्रश्नपत्र लीक होने के बहाने बिहार में सत्ताधारी महागठंबधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बिहार में शिक्षा का हाल बुरा है। हालांकि जनता दल (युनाइटेड) के नेता सरकार के बचाव में उतर आए हैं।
पटना में गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राजद के उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार में शिक्षा का बुरा हाल है।
उन्होंने कहा, “पहले टॉपर्स घोटाला हुआ और अब प्रश्नपत्र लीक हो गया। हालांकि इस मामले में गिरफ्तारी और जांच चल रही है, लेकिन ऐसी ही स्थितियां बनी रहीं तो लोगों का विश्वास उठ जाएगा।”
उन्होंने कहा कि यह सब निगरानी और पारदर्शिता की कमी के कारण हो रहा है। इसके लिए सही तरीके से मॉनिटरिंग की जरूरत है।
राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने भी प्रश्नपत्र लीक होने के मामले पर सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि इस मामले में कार्रवाई करने में देरी हुई है। उन्होंने इस मामले में जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआइटी) पर भी सवाल खड़े किए हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने भी राजद के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि एसआईटी में भी ऐसे लोगों को शामिल किया गया है, जिन पर पहले से ही कई आरोप हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवानी चाहिए।
जद (यू) के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा, “हंगामा करना हमारा मकसद नहीं है, हम स्थितियों को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह राजद के सम्मानित नेता हैं और ऐसे बयान देकर वह अपने नेताओं को ही नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा कि यहां नीतीश कुमार की सरकार है और कोई भी घोटाला करेगा तो वह जेल जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीएसएससी की इंटर (12वीं) स्तरीय पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में बीएसएससी के सचिव परमेश्वर राम को गिरफ्तार किया गया है तथा परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। पूरे मामले की जांच एसआईटी द्वारा की जा रही है। –आईएएनएस
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