नई दिल्ली, 29 मई| बेटियों को भी शिक्षित करना चाहिए, उनका पोषण करना चाहिए और उनको बराबरी का हक देना चाहिए। यह बातें मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में कही।
अमिताभ बच्चन ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के एंबेसडर भी है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी की अलग-अलग रूपों में पूजा होती है। उन्होंने कहा कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता।
अमिताभ ने सरकार की उपलब्धियों का बखान करने वाले ‘एक नई सुबह’ नाम के कार्यक्रम में कहा, “वर्तमान में केवल पुरुष और नारी के बीच समानता बहुत जरूरी है।”
फाइल फोटो आईएएनएस: अमिताभ बच्चन
उन्होंने देश के बिगड़ते लिंगानुपात को ठीक करने की अपील की।
उन्होंने कहा, “बेटी का पालन-पोषण करना चाहिए। उसे शिक्षित करना चाहिए, उसका ध्यान रखना चाहिए, ताकि वह समाज में अपना उपयोगी योगदान दे सके।”
उन्होंने कहा कि बेटा और बेटी के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए, “अब लोगों को यह समझने की जरूरत है कि अगर वे आधे समाज को बराबरी के मौकों से वंचित करेंगे तो हम अपने समाज को पीछे धकेल देंगे। हमें महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबरी का मौका देना चाहिए, ताकि हमारा देश विकसित देश बन सके।”
अभितान संयुक्त राष्ट्र बेटी बचाओ अभियान के भी एंबेसडर हैं।
इस मौके पर बिगबी ने कई स्कूलों की बच्चियों के साथ बातचीत की और अपने पिता की मशहूर किताब ‘मधुशाला’ की कुछ पक्तियां पढ़ी।
7वीं कक्षा की एक छात्रा ने अमिताभ से पूछा कि उनका नाम ‘बिग बी’ कैसे पड़ा। इसके जवाब में उन्होंने कहा, “कौन कहता है मैं बिग बी हूं। देखो में कितना छोटा हूं। जीवन में आप केवल अपना काम करते रहें और कड़ी मेहनत करें। जो आप करना चाहते हैं उसे करने का रास्ता ढूंढें और कड़ी मेहनत करें। वही आपको सफलता दिलाएगी।”
एक दूसरी बच्ची ने अमिताभ से पूछा कि उनके माता-पिता उन्हें डांस के जुनून को पूरा करने से रोकते हैं। इस पर अमिताभ ने उसके माता-पिता से गुजारिश की, “अपनी बेटियों को अपने सपनों को पूरा करने का मौका दें। उन्हें मत रोकें जब तक कि वे गलत रास्ते पर न हों।”
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