बेटियो की सम्मानजनक स्थिति के लिए जनजागरण भी आवश्यक : राठौड़

जयपुर, 15 जून (जनसमा)। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान के तहत पीसीपीएनडीटी एक्ट की सख्ती से पालना करने के साथ ही बेटियो की समाज में सम्मानजनक स्थिति के लिए जनजागरण भी आवश्यक है। प्रदेश में सोनोग्राफी मशीनों का ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन प्रारम्भ किया जा रहा है।

राठौड़ बुधवार को मध्यान्ह सीफू में आयोजित पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ के स्टेट एडवाईजरी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश में व्यापक स्तर पर हुए डिकॉय ऑपरेशन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भू्रण लिंग परीक्षण करने एवं भू्रण लिंग परीक्षण करवाने वालों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्यवाही करने की आवश्यता प्रतिपादित की।

चिकित्सा मंत्री ने पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुए निरीक्षणों की समीक्षा की एवं कम निरीक्षण करने वाले जिलों को भविष्य में विशेष ध्यान रखने के हिदायत दी। इस वर्ष 31 मई तक कुल 754 सोनोग्राफी केन्द्रों का निरीक्षण किया जा चुका है। उन्होंने प्रदेश के 1108 नोन फंक्शनल सोनोग्राफी केन्द्रों पर भी विशेष निगाह रखने के निर्देश दिया। उन्हाेंने स्पष्ट किया कि छोटी-छोटी गलतियों के स्थान पर पीसीपीएनडीटी एक्ट की मंशा के अनुरूप भू्रण लिंग परीक्षण करने वाले केन्द्रों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।

अध्यक्ष, राज्य समुचित प्राधिकारी एवं विशिष्ट शासन सचिव नवीन जैन ने विभिन्न जिलों में पीसीपीएनडीटी इकाई द्वारा किये जा रहे कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने मुखबीर योजना को अधिक लोकप्रिय बनाने के साथ ही भू्रण लिंग परीक्षण की सूचना के लिए उपलब्ध टोल फ्री नम्बर 104 के बारे में भी व्यापक जानकारी देने के निर्देश दिये।

उन्होंने बताया कि भू्रण लिंग परीक्षण के इच्छुक अभिभावकों की सॉफ्टवेयर में रेड अलर्ट के जरिये कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जैन ने धार्मिक एवं सामाजिक मेलों के साथ ही विभिन्न राजकीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अवसर पर भी बेटी बचाओ अभियान के बारे में जनचेतना जाग्रत करने के निर्देश दिये।