बैंक ऋण की मांग अनुरूप पूर्ति नहीं : आरबीआई

कोलकाता, 15 जून | देश में बैंक ऋण के लिए काफी मांग हैं, जिनकी पूर्ति नहीं हो पा रही है। यह बात भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर हारुन राशिद खान ने कही। आरबीआई द्वारा अधिक नए बैंकों की स्थापना के लिए लाइसेंस जारी करने की योजना के बारे में पूछे जाने पर खान ने कहा, “बैंक ऋण की काफी मांग की पूर्ति नहीं हो पा रही है। काफी खाई को अब भी भरा जाना है।”

एक कार्यक्रम से अलग खान ने संवाददाताओं से मंगलवार को कहा कि आरबीआई ऑन-टैप यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस जारी करने से संबंधित दिशानिर्देश के मसौदे को आखिरी रूप देगा।

आरबीआई ने यूनिवर्सल लाइसेंस के लिए ऑन-टैप लाइसेंस पर मई में मसौदा दिशानिर्देश जारी किया था।

खान के मुताबिक, आर्थिक गतिविधियों में शामिल होने वालों की संख्या बढ़ने और ऋण की मांग बढ़ने के कारण विभिन्न प्रकार के बैंकों की जरूरत बढ़ गई है।

आरबीआई ने गत वर्ष अगस्त में भुगतान बैंकों की स्थापना के लिए 11 संस्थानों को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी और एक महीने बाद उसने 10 लघु वित्त बैंक लाइसेंस भी जारी किए थे।

इससे पहले आरबीआई ने बंधन फाइनेंशियल सर्विसिस और आईडीएफसी लिमिटेड को नया यूनिवर्सल बैंक स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।

–आईएएनएस

(फाइल फोटो)