जयपुर, 22 अगस्त (जस)। ब्रिक्स देशों के आपदामंत्रियों ने राजस्थान में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की बदौलत आए बदलाव को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और जल संरक्षण के क्षेत्र में ऎतिहासिक कदम बताया है और इसे राजस्थान के बहुआयामी विकास की दिशा में अनुकरणीय कदम बताते हुए कहा- वण्डरफुल। उदयपुर में आयोजित ब्रिक्स देशों ब्राजील, रशिया, भारत, चाईना एवं दक्षिण अफ्रीका के आपदा प्रबन्धन मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन के अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी को देख कर यह उद्गार व्यक्त किए।
सभी मंत्रियों ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की तारीफ की और पानी की समस्या और प्रायः सूखे व अकाल की विभीषिका से जूझते रहने वाले राजस्थान प्रदेश की तस्वीर बदल डालने की आशातीत सफलताओं भरे अभियान के बेहतर क्रियान्वयन को विकास की दिशा में स्वर्णिम अध्याय बताया।
प्रदर्शनी का आयोजन राजस्थान सरकार के जल ग्रहण क्षेत्र विकास विभाग की ओर से किया गया है। प्रदर्शनी का अवलोकन केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू सहित ब्रिक्स देशों के मंत्रियों व विशिष्ट जनों ने किया। अपनी तरह की इस अनूठी और डिजिटल प्रदर्शनी में राजस्थान के मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की आशातीत उपलब्धियों को दर्शाने वाली सामग्री को देख कर ब्रिक्स देशों के मंत्री और उनके साथ आए वरिष्ठ अधिकारी एवं तकनीकी विशेषज्ञ बेहद अभिभूत हो उठे।
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अधिकारियों ने इन संभागियों को बताया कि राजस्थान में अभियान के प्रथम चरण में करीब 94 हजार जल संरचनाओं का निर्माण कर जल संरक्षण की ठोस बुनियाद रखी गई है। अगले दो वर्षों में प्रदेश के 4 हजार ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण कार्य प्रस्तावित है।
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