नई दिल्ली, 24 जून | ब्रिटेन में हुए जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होने (ब्रेक्सिट) का फैसला आने के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार और रुपये में भारी गिरावट दर्ज किए जाने पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत इसके प्रभावों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। जेटली ने बीजिंग से एक ट्वीट में कहा, “हम जनमत संग्रह के फैसले का सम्मान करते हैं। हम इसके लघु एवं मध्य अवधि में पड़ने वाले प्रभावों से भी वाकिफ हैं।”
मंत्री ने कहा, “हम लघु और मध्य अवधि में ब्रेक्सिट के प्रभावों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। स्थिरता कायम रखने के मद्देनजर हम आर्थिक ढांचों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने कहा, “सुविधाजनक बाह्य स्थिति, वित्तीय अनुशासन के प्रति ठोस प्रतिबद्धता और महंगाई में गिरावट के बल पर हमारी आर्थिक बुनियाद मजबूत है।”
उन्होंने कहा, “सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक तथा अन्य नियामक पूरी तरह तैयार हैं और किसी अनिश्चितता से निपटने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य निकट अवधि में ब्रेक्सिट के प्रभाव को न्यूनतम करने पर होगा।”
मध्य अवधि के लिए हम सुधार के एजेंडे पर आगे बढ़ते रहेंगे।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में शुक्रवार को भारी गिरावट देखी गई। सुबह के कारोबार में एक समय सेंसेक्स में 1000 अंक या चार फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई, जो हालांकि दोपहर बाद कारोबार बंद होने के समय थोड़ा उबर कर करीब 600 अंक रह गई।
रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर होकर एक समय 68 के स्तर से नीचे चला गया था।
–आईएएनएस
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