मुंबई, 24 जून | ब्रिटेन में यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होने (ब्रेक्सिट) के लिए हुए जनमत संग्रह में ब्रेक्सिट के पक्ष में फैसला आने के बाद शुक्रवार को देश के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 604.51 अंकों की गिरावट के साथ 26,397.71 पर और निफ्टी 181.85 अंकों की गिरावट के साथ 8,088.60 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 634.74 अंकों की गिरावट के साथ 26,367.48 पर खुला और 604.51 अंकों या 2.24 फीसदी गिरावट के साथ 26,397.71 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 26,435.85 के ऊपरी और 25,911.33 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 7 शेयरों में तेजी रही। एम एंड एम (1.12 फीसदी), बजाज ऑटो (1.05 फीसदी), एशियन पेंट्स (0.48 फीसदी), गेल (0.33 फीसदी) और सन फार्मा (0.27 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे टाटा मोटर्स (7.99 फीसदी), टाटा स्टील (6.37 फीसदी), एलटी (4.26 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (4.07 फीसदी) और ओएनजीसी (3.79 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 241.35 अंकों की गिरावट के साथ 8,029.10 पर खुला और 181.85 अंकों या 2.20 फीसदी गिरावट के साथ 8,088.60 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,100.70 के ऊपरी और 7,927.05 के निचले स्तर को छुआ।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने बाजार का ढाढस बंधाते हुए कहा कि देश की आर्थिक बुनियाद मजबूत है और बहुत अधिक घबराने की जरूरत नहीं है।
भारतीय बाजार के बंद होते समय यूरोप के लंदन के एफटीएसई 100 में 6.98 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। जर्मनी के डैक्स इंडेक्स में 8.40 फीसदी और फ्रांस के सीएसी40 में 10.16 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।
रुपये में भी गिरावट रही। यह दोपहर बाद के कारोबार में 72 पैसे कमजोर होकर प्रति डॉलर 67.98 पर कारोबार कर रहा था। रुपये एक समय 1.4 फीसदी गिरावट के साथ 68.21 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। वहीं ब्रिटिश मुद्रा पाउंड भारी गिरावट के साथ 1.35 डॉलर पर पहुंच गया, जो 1985 के बाद का निचला स्तर है।
वित्त मंत्री ने कहा, “हम लघु और मध्य अवधि में ब्रेक्सिट के प्रभावों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। स्थिरता कायम रखने के मद्देनजर हम आर्थिक ढांचों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने कहा, “सुविधाजनक बा’ स्थिति, वित्तीय अनुशासन के प्रति ठोस प्रतिबद्धता और महंगाई में गिरावट के बल पर हमारी आर्थिक बुनियाद मजबूत है।”
उन्होंने कहा, “सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक तथा अन्य नियामक पूरी तरह तैयार हैं और किसी अनिश्चितता से निपटने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य निकट अवधि में ब्रेक्सिट के प्रभाव को न्यूनतम करने पर होगा।”
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा, “विदेशी पूंजी के मोर्चे पर हमारी स्थिति सुविधाजनक है। हम जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।”
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट देखी गई। मिडकैप 122.76 अंकों की गिरावट के साथ 11,313.41 पर और स्मॉलकैप 167.63 अंकों की गिरावट के साथ 11,278.63 पर बंद हुआ।
बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में गिरावट रही। रियल्टी (3.74 फीसदी), औद्योगिक (3.62 फीसदी), धातु (3.59 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (3.30 फीसदी) और बैंकिंग (2.69 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट देखी गई।
बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 651 शेयरों में तेजी और 1,872 में गिरावट रही, जबकि 156 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। —आईएएनएस
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