नई दिल्ली, 2 अक्टूबर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अगर देश दुनियाभर में फैले 2.7 करोड़ प्रवासी भारतीयों को संख्या की बजाय एक ताकत के रूप में देखे तो ‘ब्रेन ड्रेन’ को ‘ब्रेन गेन’ में बदला जा सकता है। मोदी ने प्रवासी भारतीयों को समर्पित ‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, “अगर हम प्रवासी भारतीयों को संख्या की बजाय एक ताकत के रूप में देखें तो ब्रेन ड्रेन को ब्रेन गेन में बदला जा सकता है।”
मोदी ने कहा, “150 से भी ज्यादा देशों में प्रवासी भारतीय हैं। वे हमारे मिशनों के लिए एक बड़ी ताकत हैं।”
मोदी ने कहा कि विश्व अब पहले से कहीं ज्यादा भारत के साथ जुड़ने का इच्छुक है।
उन्होंने कहा, “ऐसे समय में ‘अज्ञात का डर’ एक रुकावट बन सकता है। हमारे प्रवासी इसे दूर करने में मदद कर सकते हैं। उन्हें दुनिया को बस बताना होगा कि वे भारत से हैं।”
प्रधानमंत्री ने प्रवासियों से जुड़ने की जरूरत पर बल दिया और अपने पूर्ववर्ती अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा कि जिन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस का विचार रखा था और यह तभी से जारी है।
मोदी ने साथ ही कहा कि प्रवासी भारतीय केंद्र का उद्घाटन दो अक्टूबर गांधीजी की जयंती पर करना बेहद उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि गांधीजी भारत से चले गए थे लेकिन देश की पुकार उन्हें वापस ले आई थी। इससे बड़ी कोई प्रेरणा नहीं हो सकती।
मोदी ने कहा, “प्रवासी भारतीय केंद्र दर्शाता है कि भारतीय होने और भारत से जुड़े होने का क्या अर्थ है।”
उन्होंने कहा, “यह 2.7 करोड़ पीओआई (भारतीय मूल के व्यक्तियों) और एनआरआई (प्रवासी भारतीयों) के लिए मंच है। यह उन प्रवासियों के लिए भी एक केंद्र बिंदु के रूप में कार्य कर सकता है, जो अभी भी भारत में अपनी जड़ों की तलाश कर रहे हैं।” –आईएएनएस
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