वाराणसी, 12 मई | उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वाराणसी से शंखनाद करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बड़ा हमला बोला। नीतीश ने संघ (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) मुक्त भारत और शराब मुक्त समाज का ऐलान किया और गुजरात का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी को भाजपा शासित राज्यों में शराब पर पाबंदी लगाने की चुनौती भी दी। साथ ही कहा कि उप्र में शराबबंदी की मांग वह 15 मई को लखनऊ सम्मेलन में करेंगे।
पिंडरा में जद(यू) के राज्यस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे नीतीश ने कहा कि भाजपा शराबमुक्ति के मुद्दे पर अपनी राय जाहिर करे।
उन्होंने कहा, “जब गुजरात में शराबबंदी का ऐलान हुआ, उस समय आज के पीएम वहां के सीएम थे। आज भाजपा शासित राज्यों में शराब पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जा रहा है?”
नीतीश ने कहा, “भारतीय होने का हमें गर्व है, इसके लिए भाजपा से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। इनकी कथनी-करनी में जमीन आसमान का अंतर है। आजादी की लड़ाई में जिनकी कोई भूमिका नहीं रही, वे आज देश के लोगों को आजादी का पाठ पढ़ा रहे हैं। ऐसे लोगों से देशवासियों को सतर्क रहने की जरूरत है।”
नीतीश ने कहा कि धार्मिक उन्माद फैलाने से नहीं, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों के जीवन स्तर में सुधार से ही देश को मजबूत किया जा सकता है।
नीतीश ने कहा कि भाजपा वाले तिरंगा के नहीं, भगवा के हिमायती रहे हैं। वे अब तिरंगे की बात कर रहे हैं तो यह हमारी वैचारिक जीत है। मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर विफल और वादे पूरा करने में पूरी तरह असफल बताते हुए कहा कि नाकामियों से जनता का ध्यान हटाने के लिए घर वापसी, लव जेहाद के बाद अब देशभक्ति का मुद्दा बेवजह उछाला जा रहा है। –आईएएनएस
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