पटना, 16 अप्रैल| जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां शनिवार को कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी दलों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट होना होगा। पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की नीतियां लोकतंत्र के खिलाफ हैं। लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी दलों को भाजपा के खिलाफ एकजुट होना होगा।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि समाजवादी नेता डॉ. राममनोहर लोहिया के गैर कांग्रेसवाद और गैर संघवाद के तरीकों को अपनाकर सभी दलों को आपस में एकजुट हो जाना चाहिए। भाजपा विरोधी दलों को एक साथ आने का आह्वान करते हुए नीतीश ने कहा कि भाजपा के खिलाफ सबको आपसी मतभेद भुलाकर एक होना होगा।
बिहार के मुख्यमंत्री ने कश्मीर के हालात को लेकर कहा कि वहां भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार के गठन के बाद स्थिति और चिंताजनक हो गई है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा, “हमारे सात निश्चयों का मजाक उड़ाया जाता था। हमने एक तो लागू कर दिया, बाकी भी जल्द लागू करेंगे, लेकिन 2014 में जो वादे किए गए थे, उनका क्या हुआ? कितने लोगों के खाता में पैसा आया? कितना कालाधन वापस आ गया?”
राज्य में लागू शराबबंदी का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि अब लोगों का मिजाज, स्वभाव और समाज बदल रहा है। शराबबंदी से महिलाएं और बच्चे तो खुश हैं ही, पुरुष और खासकर शराब छोड़ने वाले भी खुश हैं।
उन्होंने कहा कि पहले जहां गांवों में शाम को हंगामा और मार-पीट होती थी, वहीं शराबबंदी के बाद शांति है। शराब छूटने के बाद पति अब खाना बनाने में पत्नी की मदद कर रहे हैं।
नीतीश ने अन्य राज्यों में भी शराबबंदी की जरूरत बताते हुए कहा, “बिहार से सीख लेकर दूसरे राज्यों को भी शराबबंदी लागू करनी चाहिए। बिहार शराबमुक्त भारत का नेतृत्व करेगा।”
मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में बेहतरी की दिशा में सरकार काम कर रही है।
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