नई दिल्ली, 3 अक्टूबर | केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने सोमावार को कहा कि भारतीय दूरसंचार उत्पादों व सेवाओं को दुनिया में बेहतरीन बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी। सिन्हा ने 8वें टेलीकॉम एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के बायर-सेलर मीट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “यदि कोई सुरक्षित आईसीटी (सूचना एवं प्रसारण प्रौद्योगिकी) उत्पादों की तलाश कर रहा है, तो उन्हें भारतीय उत्पादों पर भरोसा करना चाहिए और ऐसा कैसे और क्यों होगा यह जानने के लिए हमारा उद्योग उत्सुक है।”
उन्होंने कहा कि भारतीय निर्माताओं ने पहले ही कई देशों को आईटी व टेलीकॉम उत्पादों के निर्यात में उल्लेखनीय प्रगति की है और यह स्थापित किया है कि हमारे उत्पादों की गुणवत्ता विश्वस्तरीय है और कीमत व प्रौद्योगिकी के मामले में पूरी दुनिया के उत्पादों को टक्कर देता है।
बयान के मुताबिक, “भारत के पास विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धी दूरसंचार उद्योग बनने को लेकर इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण के लिए मजबूत ढांचा सहित सारी सुविधाएं मौजूद हैं, जैसे एक बड़ा घरेलू बाजार, विश्वस्तरीय प्रतिभाएं, शोध व विकास तथा आईपीआर (बौद्धिक संपदा का अधिकार)।”
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तेजी से विकास ने मोबाइल फोन सहित दूरसंचार उपकरणों की मांग में तेजी लाई है, जो साल 2015-16 में लगभग 20 अरब डॉलर से साल 2020 में बढ़कर अनुमानित तौर पर 30 अरब डॉलर हो जाएगा।
डिजिटल खाई को पाटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया विजन का उल्लेख करते हुए सिन्हा ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ संबंधी पहलों पर दिए जा रहे विशेष जोर को देखते हुए अभिनव उत्पादों एवं सेवाओं के लिए एक बड़ा अवसर सृजित हुआ है तथा भारत एक और डिजिटल एवं डेटा क्रांति के लिए तैयार है।
अपने संबोधन में दूरसंचार सचिव जे.एस.दीपक ने कहा कि पिछले एक महीने में भारतीय दूरसंचार क्षेत्र एक दूरसंचार ऑपरेटर की व्यापक लांचिंग, बड़े विलय और भारत में अब तक की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी की शुरुआत जैसी कुछ प्रमुख घटनाओं का गवाह रहा है। –आईएएनएस
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