चीनी सैनिकों की उत्तेजक हरकतों पर चर्चा करने के लिए भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच एक ब्रिगेड कमांडर-स्तरीय फ्लैग मीटिंग चुशुल में जारी है।
भारतीय सेना ने आज कहा कि पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच 29-30 अगस्त 2020 की मध्यरात्रि में पीएलए सैनिकों ने सैन्य एवं राजनयिक वार्ताओं के दौरान बनी पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया ।
सतर्क भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो लेक के दक्षिणी छोर पर पीएलए सैनिकों की इस उकसाऊ कोशिश को पूरी तरह से नाकाम कर दिया है।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि पीएलए सैनिकों ने उकसाऊ सैन्य कदम उठाते हुए सीमा पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की।
हमारी सैन्य स्थिति को सुदृढ़ करने एवं सरहद पर यथास्थिति को एकतरफा ढंग से बदलने के चीनी मंसूबों को विफल करने के लिए ठोस कदम उठाए।
File photo
विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि भारतीय सेना संवाद के जरिए शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके साथ ही अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़प्रतिज्ञ है।
भारतीय सैनिकों ने दक्षिणी बैंक पैंगोंग त्सो झील पर इस गतिविधि को पूर्व-खाली कर दिया।
सेना ने जमीन पर तथ्यों को बदलने के लिए चीनी इरादों को विफल करने के लिए अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए उपाय किए।
भारतीय सेना ने कहा, यह बातचीत के माध्यम से शांति और शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़ है।
Follow @JansamacharNews