नई दिल्ली, 18 फरवरी (जनसमा)। भारत-अमेरिका रक्षा व्यापार एवं प्रौद्योगिकी पहल के तत्वावधान में गठित विमान वाहक प्रौद्योगिकी सहयोग पर गठित संयुक्त कार्य दल (जेडब्ल्यूजीएसीटीसी) की दूसरी चार दिवसीय बैठक शुक्रवार को समाप्त होगई। इस बैठक में विमान वाहक प्रोद्योगिकी के बारे में विचार-विमर्ष किया गया।
रियर एडमिरल थॉमस जे मूर, कार्यक्रम कार्यकारी अधिकारी, विमान वाहक (संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना) ने भारत में विभिन्न रक्षा/औद्योगिक प्रतिष्ठानों का दौरा किया, जिनमें गोवा स्थित तटवर्ती परीक्षण सुविधा, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), बेंगलुरू और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल), कोच्चि शामिल हैं। प्रतिनिधिमंडल ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) द्वारा बनाए जा रहे भारत के प्रथम स्वदेशी विमान वाहक का भी मुआयना किया।
संयुक्त कार्यदल की बैठक का समापन सत्र 18 फरवरी, 2016 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया और वाइस एडमिरल जीएस पैबी, नियंत्रक युद्धपोत उत्पादन एवं अधिग्रहण और रियर एडमिरल थॉमस जे मूर, कार्यक्रम कार्यकारी अधिकारी, विमान वाहक (संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना) ने इसकी सह-अध्यक्षता की। इस बैठक के दौरान विमान वाहक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया और एक संयुक्त वक्तव्य पर हस्ताक्षर किए गए।
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