भारत और ईरान के रिश्ते सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित

नई दिल्ली, 10 फरवरी (जनसमा)। भारत ने ईरान की इस्लामी क्रांति की 37वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर ईरान की सरकार और जनता को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि भारत और ईरान के बीच रिश्ते कई सदियों से कायम हमारी सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित हैं।

भारत के राष्ट्रपति  प्रणब मुखर्जी ने ईरान की इस्लामी क्रांति की 37वीं वर्षगांठ (11 फरवरी, 2016) की पूर्व संध्या पर इस्लामी गणराज्य ईरान की सरकार और वहां की जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति महामहिम डॉ. हसन रूहानी को भेजे अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ‘भारत सरकार एवं यहां की जनता और अपनी तरफ से मैं ईरान की इस्लामी क्रांति की 37वीं वर्षगांठ के अवसर पर बेहद प्रसन्नता के साथ महामहिम और ईरान की सरकार तथा वहां की जनता को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।

भारत और ईरान के बीच रिश्ते कई सदियों से कायम हमारी सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित हैं। हम ईरान को एक घनिष्ठ मित्र मानते हैं तथा अपने साझा हितों वाले विभिन्न क्षेत्रों में और ज्यादा सहयोगात्मक साझेदारी के रूप में आपसी रिश्तों के विस्‍तार की उम्मीद करते हैं।

मुझे यह जानकर अत्यंत खुशी हुई है कि आपके महान देश में आपके नेतृत्व के दौरान हमारे द्विपक्षीय रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं। भारत का यह मानना है कि दोनों देशों के बीच सार्थक सहयोग इस समूचे क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि के लिहाज से लाभप्रद साबित होगा। महामहिम, अपने व्यक्तिगत अच्छे स्वास्थ्य एवं सुख-समृद्धि के साथ-साथ ईरान के मैत्रीपूर्ण लोगों की प्रगति एवं समृद्धि के लिए हमारी हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें।’