शिमला, 11 मार्च । हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गुरूवार को एक वक्तव्य में कहा है कि राज्य सरकार ने धर्मशाला में भारत-पाक के बीच होने वाले क्रिकेट मैच के लिए सुरक्षा प्रदान करने के लिए कभी भी इन्कार नहीं किया तथा इस मैच को कोलकत्ता में आयोजित करने का निर्णय पूरी तरह अन्र्तराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा लिया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कभी भी मैचके लिए सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थता नहीं जताई तथा प्रदेश सरकार द्वारा यह जानकारी भारत सरकार के गृह मंत्रालय को भी दी गई थी। उन्होंने कहा कि इससे पूर्वभी प्रदेश सरकार ने ऐसे मैचों के लिए सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करवाई है।
उन्होंने अनुराग ठाकुर द्वारा इस मुद्दे के राजनीतिकरण को हास्यस्पद एवं दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
सिंह ने श्री अनुराग ठाकुर के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्य नहीं चाहते कि धर्मशाला में मैचों काआयोजन हो। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी खेल प्रेमी हैं तथा वे पूर्व में धर्मशालामें अन्र्तराष्ट्रीय क्रिकेट मैच देखने भी गए हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी खेल या खेल संस्थान के विरूद्ध नहीं हैं और टी-20 के क्रिकेट पहले भी धर्मशाला मेंआयोजित किए गए, जिनका उन्होंने स्वागत भी किया।
उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक लीग, कारगिल व पठानकोट हमलों के शहीदों के परिजन इस मैच का विरोध कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूर्व सैनिकों वशहीदों के परिजनों की भावनाओं का सम्मान करती है, साथ ही राज्य सरकार कभीभी अपने दायित्व तथा प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता सेपीछे नहीं हटी।
उन्होंने कहा कि उन्होंने बीसीसीआई के सचिव को भी सुझावदिया था कि वे शहीदों के परिजनों व पूर्व सैनिकों से मिलकर उनका सहयोग मांगेंताकि मैच का आयोजन बिना किसी की भावनों को ठेस पहुंचाए सौहार्दपूर्ण माहौलमें किया जा सके। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार नेभी धर्मशाला में मैच के आयोजन का विरोध कर रहे थे, जिस बारे उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भी लिखित रूप में अवगत करवाया था। राज्य सरकार ने नतो मैच के आयोजन का विरोध किया और न ही सुरक्षा प्रदान करने से इन्कार किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोग केवल भारत-पाक मैच का ही विरोध कर रहे थे और अन्य देशों के साथ होने वाले मैच निर्धारित कार्यक्रम के अनुसारधर्मशाला में खेले जाएंगे और राज्य सरकार उनके लिए अपेक्षित सुरक्षा प्रदान करनेके लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों की भावनाओं का सम्मान करनेके बजाए अनुराग ठाकुर अनुचित आरोप लगाकर मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं,जिससे प्रतीत होता है कि उनके लिए शहीदों की परिजनों की भावनाओं से अधिकमैच के द्वारा अर्जित होने वाले आर्थिक लाभ महत्वपूर्ण हैं।
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