जामनगर , 04 मार्च (जनसमा) राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत हमेशा शांति और समानता के लिए से प्रतिबद्ध है जिसके लिए हमें प्रभावी शाक्ति संतुलन के साथ सशक्त सुरक्षा बल की आवश्यकता है। राष्ट्र आर्थिक विकास और समाजिक सशक्तिकरण के लिए चौतरफा कठिन प्रयास कर देशवासियों को लाभान्वित करने में लगा है, जिससे हम समान रूप से देश की संप्रभुता की रक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की नींव को मजबूत करने में ध्यान केन्द्रित कर सकें।
राष्ट्रपति ने कहा कि एयर स्टेशन जामनगर में हेलीकॉप्टर इकाई और उपकरण भंडार को ‘प्रेसिडेंट स्टैंडर्ड’ और कलर प्रदान करने के लिए आने पर बहुत खुशी हो रही है। जामनगर एयर बेस देश के पहला और सबसे पुराना एयरबेस है। इन खास इकाइयों की पेशवराना श्रेष्ठता की परंपरा गौरवशाली है। अपनी शुरुआत से ही इनकी सेवा शानदार रही है जिस पर देश गर्व करता रहा है। श्रेष्ठता को प्राप्त करने की इनकी कोशिश की विरासत दूसरों के लिए उदाहरण पेश करती है। कठिन वक्त में उनके अप्रतिम समर्पण, पेशेवर गुणों और साहस के लिए राष्ट्र कृतज्ञता और सराहना की गहरी भावना के साथ उनका सम्मान प्रदान करता है।
इस अवसर पर मुखर्जी ने कहा कि वायु सेना भारतीय दायरे में आने वाले आकाश की सुरक्षा के साथ राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा करने के अपने कर्तव्य को बेहतरीन तरीके से निभा रही हैं। वायु सेना प्राकृतिक आपदाओं के समय नागरिकों को सहायता पहुंचाने के अपने फर्ज को बाखूबी अंजाम देरही हैं।
वायु सेना के ये लचीले और दृढ़ संकल्प वाले लड़ाके देश का गौरव होने के साथ ही देशवासियों का हौसला बढ़ाने का बेहतरीन सूत्र हैं। बड़े पैमाने पर आई प्राकृतिक आपदाओं के समय में वायु सेना की ओर से किये गये राहत कार्य को भूला नहीं जा सकता। ऐसे राहत कार्य नौ सेना के धैर्य और दृढ़ संकल्प के प्रसिद्ध उदाहरण के रूप में हमेशा दीप्तिमान रहेंगे। राष्ट्र हमेशा वायु सेना के निस्वार्थ बिलदान के लिए इनका ऋणी रहेगा।
उन्होंने बताया कि 119 हेलीकॉप्टर इकाई की स्थापना एमआई -8 हेलीकॉप्टर्स के साथ मार्च 1972 में ‘एंजिल ऑफ मर्सी’ के रूप में गुवाहाटी में की गई थी। गठन के शुरूआती दिनों में इकाई के हेलीकाप्टर्स को अधिकांश समय नगालैंड , अरुणाचल प्रदेश और ‘ओपी फाल्कन’ में आतंकविरोधी गतिविधियों को रोकने में मदद करने के लिए लगाया गया था।
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