लखनऊ , 12 नवम्बर| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने को लेकर केंद्र सरकार भी संजीदा है। उन्होंने कहा कि इसे प्रधानमंत्री ने भी अपनी सैद्धांतिक सहमति दे दी है। राजनाथ ने शनिवार को राजधानी स्थित शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में भोजपुरी अध्ययन शोध केंद्र का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही।
उन्होंने कहा, “भोजपुरी में एक मिठास है, किसी भी प्रसंग का भोजपुरी में जल्दी रिएक्शन आता है। मैं गृहमंत्री हूं, इसलिए सुरक्षा पर विशेष ध्यान देता हूं। इस समय आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती हैं और हम इसका मुकाबला कर रहे हैं।”
भोजपुरी बोलने वालों से इसके लिए पूछेंगे तो वे कहेंगे, “ना हमरे के आटा चाही, ना हमरे के टाटा चाही, हमनी के पाकिस्तान में सन्नाटा चाही।”
उन्होंने कहा, “भोजपुरी देवनागरी से अलग है। हम भोजपुरी का सम्मान करते हैं। भोजपुरी फिल्मों ने भाषा को आगे बढ़ाया है। हमारी सरकार ने मालिनी अवस्थी को भोजपुरी गीतों के लिए पद्मश्री दिया। इस विवि ने भोजपुरी रिसर्च सेंटर को मूर्त रूप देने के बारे में सोचा, जो काफी सराहनीय है।”
विश्वविद्यालय के कुलपति नीशीथ राय ने कहा, “हमने विश्वविद्यालय में दिव्यांगों की सुविधा के लिए अच्छे कार्य किए हैं। लगातार इनकी अच्छी शिक्षा के लिए प्रयासरत है।”
उन्होंने कहा, “अभी तक देखा गया है कि इनकी प्राइमरी और जूनियर की शिक्षा कम हो रही है। इसीलिए हम कक्षा छह से लेकर 12वीं तक का आवासीय विद्यालय बना रहे हैं। जिसके सत्र की शुरुआत जुलाई में हो जाएगी। जल्द ही इसे प्राइमरी स्तर पर भी शुरू करने पर कार्य हो रहा है।”
–आईएएनएस
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