राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने भ्रूण लिंग जांच के नाम पर कथित धोखाधड़ी करते हुए एक महिला दलाल को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार महिला नैहना पत्नी अशोक कुमार शर्मा, निवासी नाथूसर, अलवर है। साथ ही भ्रूण लिंग जांच के नाम पर ली गई राशि के नोट भी बरामद भी किए हैं।
जयपुर, 11 अगस्त। अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि मुखबिर के माध्यम से शाहपुरा, विराटनगर, थानागाजी जिले के आसपास के इलाकों में एक अज्ञात गिरोह द्वारा गर्भवती महिलाओं की भ्रूण लिंग जांच किए जाने की सूचना प्राप्त हो रही थी।
उन्होंने बताया कि सूचना की पुष्टि के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी सतवीर सिंह के नेतृत्व में एक डिकॉय दल का गठन किया गया।
डॉ. सोनी ने बताया कि एक दलाल नैहना देवी ने डिकॉय गर्भवती महिला एवं सहयोगी से बातचीत कर 25 हजार में भ्रूण लिंग जांच करवाने की बात कही।
इसके बाद दलाल नैहना देवी ने डिकॉय गर्भवती को विराटनगर के बस स्टैंड पर बुलाया। वहां से अपनी गाड़ी में डिकॉय गर्भवती को शाहपुरा लेकर गई और राजकीय चिकित्सालय से गर्भवती महिला की पर्ची बनवा कर सोनोग्राफी लिखवा कर हॉस्पिटल के सामने संचालित निजी सोनोग्राफी सेंटर में लेकर आयी।
नियम अनुसार समस्त दस्तावेज जमा करवा कर सामान्य तरीके से सोनोग्राफी करवाई गई। वहां से बाहर आकर गर्भवती महिला व सहयोगी महिला को भ्रूण लिंग परीक्षण के बारे में जानकारी दी। निरीक्षण दल ने सोनोग्राफी सेंटर के दस्तावेज जांच किए, जोकि सही पाए गये।
आरोपी महिला दलाल नैहना देवी से पूछताछ में उसने कबूल किया कि मैंने मनगढ़ंत तरीके से भ्रूण लिंग परीक्षण की जानकारी देकर राशि ली है। जिस पर निरीक्षण दल ने तलाशी में 24500 के हू-ब-हू नंबरी नोट बरामद किए।
इस डिकॉय कार्यवाही में हेड कॉन्स्टेबल चंद्रभान, कैलाश चंद, कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार, मुकेश, कांस्टेबल शानू, पीसीपीएनडीटी समन्वयक, सीकर श्री नंदलाल पूनिया, जयपुर समन्वयक बबीता चौधरी व मनीषा शर्मा शामिल थे।