भोपाल, 03 जून (जनसमा)। स्वास्थ्य सूचकांक में सुधार के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने शुक्रवार को मंत्रालय में टाटा ट्रस्ट के साथ एम.ओ.यू. किया है। प्रदेश की ओर से मुख्य सचिव अंटोनी डिसा की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किये गये। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य गौरी सिंह और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक व्ही.किरण गोपाल उपस्थित थे। समझौते के जरिये स्वास्थ्य के क्षेत्र में पोषण, मानसिक स्वास्थ्य एवं केंसर आदि के क्षेत्रों में टाटा ट्रस्ट स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करेगा।
प्रदेश के स्वास्थ्य सूचकांकों एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से यह समझौता किया गया है। इसमें टाटा ट्रस्ट के तकनीकी सलाहकार महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। प्रदेश के 6 पहुँचविहीन विकासखण्ड में काम किया जायेगा। इनमें बुरहानपुर के ब्लॉक खकनार, झाबुआ के राणापुर, बैतूल के शाहपुर, मण्डला के बिछिया, अनूपपुर के कोतमा और सिंगरोली जिले के देवसर को शामिल किया गया है।
इन ब्लॉक के पहुँचविहीन क्षेत्रों में लोगों तक स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी सुविधाएँ पाँच साल तक के बच्चों, महिला एवं पुरुषों को मुहैया करवाई जायेगी। इसी प्रकार प्रजनन योग्य उम्र की महिलाएँ, गर्भवती महिलाएँ, नवजात शिशु एवं 2 से 5 साल के बच्चों में पोषण संबंधी सुविधाएँ बढ़ाने में टाटा ट्रस्ट सहयोग करेगा।
समझौते के तहत तकनीकी सुविधाओं का असरदार ढंग से इस्तेमाल कर अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहित सर्विस डिलीवरी, व्ही.एच.एन.डी.,ए.एन.सी. आदि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर उपलब्ध करवाई जायेगी। टाटा ट्रस्ट स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम एवं आर.एम.एन.सी.एच. कार्यक्रम में भी सहयोग करेगा।
इसी प्रकार सभी 51 जिले में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित अधिकारियों और परामर्शदाताओं को समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। एम.सी.पी. साफ्टवेयर के जरिये मलेरिया, टी.बी. एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की निगरानी भी की जायेगी।
समझौते के अनुसार उज्जैन के जिला अस्पताल के साथ अनुबंध कर इस अस्पताल को नेशनल केंसर ग्रिड के रूप में स्थापित करने का काम किया जायेगा। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार के प्रयास किये जा रहे हैं।
Follow @JansamacharNews