भोपाल, 24 जुलाई | मध्यप्रदेश में सक्रिय मानसून ने जुलाई के खत्म होने से पहले ही राज्य के प्रमुख 16 बांधों (जलाशयों) को लबालब कर दिया है। इन बांधों का जलस्तर अधिकतम क्षमता (फुल टैंक लेबल) को भी पार कर गया। मौसम विभाग के अनुसार, एक जून से 24 जुलाई तक हुई वर्षा के आधार पर 27 जिलों में सामान्य से अधिक, 20 जिलों में सामान्य तथा चार जिले में औसत से कम वर्षा दर्ज की गई है।
सामान्य से अधिक वर्षा छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, सागर, सतना, सिवनी, सीधी, अशोकनगर, बैतूल, भोपाल, गुना, होशंगाबाद, खंडवा, मंदसौर, मुरैना, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, शाजापुर, शिवपुरी, उज्जैन और विदिशा में दर्ज की गई है।
सामान्य वर्षा टीकमगढ़, रीवा, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, इंदौर, धार, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, नीमच, रतलाम, देवास, श्योपुरकला, भिंड, ग्वालियर, दतिया, हरदा और डिंडोरी आदि जिलों में हुई है। वहीं बालाघाट, अनूपपुर, झाबुआ और आगर-मालवा में तो औसत से कम वर्षा दर्ज की गई है।
आधिकारिक तौर पर रविवार को दी गई जानकारी के अनुसार, राज्य में सक्रिय मानसून के कारण ही प्रमुख 16 बांधों- बरगी, तवा, बारना, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, बाण सागर, संजय सरोवर, राजीव सागर, गांधी सागर, मनीखेड़ा, गोपी कृष्ण, माही, हलाली सम्राट अशोक सागर, कोलार, केरवा, राजघाट का जलस्तर अधिकतम क्षमता (फुल टैंक लेबल) को भी पार कर गया है।
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